इंदौर।महामारी के इस दौर में मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. लेकिन मरीज के परिजन के लिए भी यह किसी जंग से कम नहीं है. पहले परिजन रेमडेसिविर, टोसी इंजेक्शन के लिए परेशान होते थे. वहीं अब वह ब्लैक फंगस के इंजेक्शन के लिए परेशान हो रहे हैं. सोमवार को इंजेक्शन न मिल पाने के कारण परेशान परिजन सांसद शंकर लालवानी और मंत्री तुलसी सिलावट की बैठक में घुस गए और हंगामा करने लगे. उनका आरोप था कि वह अपने मरीजों के इलाज के लिए काफी परेशान हो रहे हैं, उन्हें न तो इंजेक्शन मिल पा रहे हैं न ही उस समस्या का कोई समाधान मिल रहा है. इस दौरान परिजन ने परिसर में ही धरना भी दिया और कोविड प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट और संभागायुक्त से मिलने के लिए अड़ गए.
इंजेक्शन की कमी के चलते हंगामा
दरअसल कोरोना से ठीक हुए मरीजों में ब्लैक फंगस नामक बीमारी के लक्षण दिखाई दे रहे हैं. शहर में ब्लैक फंगस के मरीजों का आंकड़ा 300 पार पहुंच गया है. लिहाजा ब्लैक फंगस की दवाई ओर इंजेक्शन की उपलब्धता न के बराबर हो गई है. वहीं इसमें उपयोग होने वाले इंजेक्शन की मांग बढ़ रही है. पिछले 48 घंटों से बड़ी संख्या में परिजन एमजीएम मेडिकल कॉलेज डीन कक्ष के बाहर बैठे थे. उनका कहना था कि शासकीय अस्पतालों में इंजेक्शन उपलब्ध कराए जा रहे हैं लेकिन प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती मरीजों को इंजेक्शन नहीं मिल पा रहे हैं. इस दौरान परिजनों में काफी नाराजगी देखी गई. वहीं अस्पताल में बैठक ले रहे सांसद शंकर लालवानी और मंत्री तुलसी सिलावट से मिलने के लिए परिजन अड़े रहे. कोविड प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट के पहुंचने के बाद ही मामला थोड़ा शांत हुआ.
डेढ़ घंटे चली मीटिंग में जरूरी फैसले