इंदौर। शहर में नगर निगम की डोर टू डोर किराना सप्लाई सिस्टम मजबूत होने के बाद अब पेड किराना पैकेट्स की मांग कम होने लगी है, इसके उलट अब मुफ्त में बांटे जा रहे किराना पैकेट्स की मांग में इजाफा देखा गया है. लॉकडाउन की अवधि बढ़ने के बाद मुफ्त में बांटे जा रहे किराने पैकेट्स की मांग में अधिक बढ़ोतरी हुई है.
इंदौर नगर निगम के किराना कॉल सेंटर में रोजाना लगभग 15 हजार के करीब कॉल आते हैं. छुट्टी के दिन है यह संख्या और अधिक बढ़ जाती है, इन फोन कॉल पर नगर निगम के द्वारा मुफ्त और पेड किराने की सप्लाई की जा रही है.
हालांकि नगर निगम ने डोर टू डोर किराना सप्लाई में कचरा गाड़ियों के साथ भी ऑर्डर देने की पर्ची बनवाई थी, जिसके बाद अब नगर निगम ने 13 सौ से अधिक दुकानों को साथ में जोड़ कर हर इलाके में दो तीन दुकानों को किराना सामग्री सप्लाई करने का अधिकार दिया है, इससे स्थिति में भी सुधार हुआ है और आर्डर 24 घंटे के भीतर लोगों तक पहुंचने लगे हैं.
शुरुआती दिनों में नगर निगम के पास पेड किराने पैकेट्स की मांग अधिक होती थी, लेकिन अब मुफ्त राशन के लिए ही रोज 14 से 15 हज़ार कॉल आ रहे हैं. नगर निगम ने इंदौर के कई निजी उद्योगों से भी मदद ली है फिलहाल नगर निगम के द्वारा शहर के एक गार्डन में भोजन पैकेट तैयार किए जा रहे हैं, यहां पर खाने के पैकेट्स के अलावा राशन के पैकेट बनाने का काम भी जारी है.