इंदौर। नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्पकमल दहल प्रचंड के मध्यप्रदेश दौरे के बीच नेपाली मूल के लोगों के एक संगठन ने राज्य सरकार से 11 गोरखा जातियों को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देकर आरक्षण का लाभ प्रदान किए जाने की मांग की है. प्रचंड मध्यप्रदेश के दो दिवसीय दौरे के बाद शनिवार को इंदौर से दिल्ली रवाना हो गए. नेपाली संस्कृति परिषद (अंतरराष्ट्रीय) की भारतीय शाखा के सचिव शैलेश गुरुंग ने (पीटीआई-भाषा) से कहा,"राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को नेपाली समुदाय अपने शुभचिंतक के रूप में देखता है. हमारी उनसे मांग है कि गोरखा समुदाय की 11 जातियों को सूबे में अनुसूचित जनजाति का दर्जा देकर सरकारी शैक्षणिक संस्थानों और नौकरियों में आरक्षण प्रदान किया जाए.
भारतीय गोरखाओं के लिए मांग:उन्होंने कहा कि इन जातियों को नेपाल में भी अनुसूचित जनजाति का दर्जा हासिल है. नेपाली समुदाय के वरिष्ठ नेता ने बताया कि मध्यप्रदेश में सभी जातियों के भारतीय गोरखाओं की आबादी ढाई लाख से तीन लाख के बीच है और इनमें उन 11 जातियों के एक लाख से डेढ़ लाख लोग शामिल हैं जिनके लिए आरक्षण की मांग की जा रही है. गुरुंग ने कहा गोरखा समुदाय के चिकित्सकों और आईएएस व आईपीएस अधिकारियों की तादाद बहुत कम है. राज्य में आरक्षण के लाभ मिलने पर यह समुदाय समाज की मुख्यधारा से जुड़ जाएगा.