इंदौर। संभागायुक्त और निगम प्रशासक डॉ. शर्मा ने बताया कि असहाय और भिक्षुक व्यक्तियों के बचाव के लिये निगम के रैन बसेरा में गर्म कपडे, कम्बल, भोजन आदि की व्यवस्था कराई जा रही है. शहर में सड़क किनारे रहने, सोने वाले बेसहारा व्यक्ति और भिक्षावृत्ति करने वाले व्यक्तियों का अरविंदो हॉस्पिटल के सहयोग से मेडिकल चेकअप कराने का अभियान भी चलाया जा रहा है. साथ ही मेडिकल चेकअप उपरांत आवश्यकता अनुसार चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई जा रही है.
असहाय बुजुर्गों के लिए संभाग में शुरू हुआ दीनबंधु अभियान
इंदौर सहति कई जिलों में असहाय और भिक्षुक व्यक्तियों के बचाव के लिये निगम के रैन बसेरा में गर्म कपडे, कम्बल, भोजन आदि की व्यवस्था कराई जा रही है. साथ ही उनका मेडिकल चेकअप भी कराया जा रहा है.
अधिकारी ने बताया कि भारत सरकार के सामाजिक न्याय विभाग द्वारा भिक्षुको की संख्या के आधार पर भिक्षुक पुनर्वास अभियान हेतु चयनित 10 शहरो में इंदौर को भी सम्मिलित किया गया है. इस अभियान का मुख्य उददेश्य भिक्षावृत्ति करने वाले समुदाय को चिन्हांकित कर उनके पुनर्वास की समुचित व्यवस्था करना है. इस योजना के आरंभिक चरण में शहर में भिक्षावृत्ति और भिक्षुको के रहने के समस्त स्थलो का वास्तविक चिन्हांकन, सर्वेक्षण डाटा का कलेक्शन एवं क्लासीफिकेशन, सर्वेक्षण से प्राप्त डाटा अनुसार भिक्षुको को उनकी कौशल क्षमता-अक्षमता के आधार पर पुर्नवास कराया जायेगा.
खरगोन
संभाग के खरगोन जिले में भी पुनर्वास और राहत की कार्रवाई प्रारंभ कर दी गई है. खरगोन में कल शाम को शहर के विभिन्न क्षेत्रों में 40 ब्लेंकेट और 100 भोजन पैकेट वितरित किये गये गए. यह कार्य नवगृह मंदिर , बस स्टेंड, माता मंदिर, गणेश मंदिर सहित अन्य स्थान किये गये.