इंदौर। 10 साल बाद पाकिस्तान से भारत वापस लौटीं मूक-बधिर गीता, भारत-बांग्लादेश का मैच देखने शहर के स्टेडियम तो पहुंची. लेकिन होलकर स्टेडियम के गेट पर खड़े होकर गीता को मैच देखना पड़ा. तकनीकी कारणों की वजह से गीता को स्टेडियम के अंदर जाने में काफी दिक्कतों का सामना करा. हालांकि कुछ समय बाद गीता स्टेडियम के अंदर पहुंची और टीम इंडिया का हौसला बढ़ाया.
गेट से ही मैच देखती रही 'हिंदुस्तान की बेटी' तकनीकी समस्याओं के कारण अंदर जाने से रोका
मूक-बधिर बच्चों के साथ जब गीता भारत-बांग्लादेश का मैच देखने होलकर स्टेडियम पहुंची, तो टिकट जांच के दौरान कुछ तकनीकी समस्याएं आ गईं. जिसकी वजह से गीता को काफी देर तक गेट पर ही खड़े रहना पड़ा. वहीं टिकट की पूरी जांच के बाद गीता को स्टेडियम के अंदर ले जाया गया.
टीम की जीत पर संस्थान में मनाएंगी जश्न
गीता ने बताया की वो टीम इंडिया को सपोर्ट करने आईं थी और विराट कोहली उनके फेवरेट खिलाड़ी हैं. साथ ही गीता ने विराट कोहली से मिलने की इच्छा भी जताई. वहीं उन्होंने कहा कि टीम इंडिया की जीत पर वो अपने संस्थान में जीत का जश्न मनाएंगीं.
सुषमा स्वाराज ने कहा था गीता को 'हिंदुस्तान की बेटी'
गीता जब महज 10-11 साल की थी, तब भटककर पाकिस्तान पहुंच गई थीं. 10 साल से ज्यादा का वक्त उन्होंने पाकिस्तान में गुजारा. पाकिस्तान में भारतीय उच्चायोग ने जब गीता की जानकारी विदेश मंत्रालय को दी तो सुषमा स्वराज ने तुरंत गीता को भारत वापस लाने की सभी औपचारिकता पूरी की. गीता के भारत लौटने के बाद प्रेस कांफ्रेंस के दौरान सुषमा स्वराज ने गीता को 'हिंदुस्तान की बेटी' कहा था.
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