इंदौर। देश भर में सोमवार को महाशिवरात्रि का पर्व बड़े हर्षोल्लास से मनाया गया. इस बार शिवरात्रि का पर्व सोमवार को पड़ा है, जिसे विशेष संयोग वाला दिन माना गया. भगवान शिव के इस विशेष दिन इंदौर से 24 किलोमीटर दूर विंध्याचल की पहाड़ियों पर बसे कजलीगढ़ महादेव मंदिर में भी शिवरात्रि पर विशाल भंडारे का आयोजन किया गया.
इंदौर: कजलीगढ़ मंदिर में लगा भक्तो का तांता, 71 सौ किलो खिचड़ी का लगाया गया भोग
देश भर में सोमवार को महाशिवरात्रि का पर्व बड़े हर्षोल्लास से मनाया गया. इस बार शिवरात्रि का पर्व सोमवार को पड़ा है, जिसे विशेष संयोग वाला दिन माना गया. भगवान शिव के इस विशेष दिन इंदौर से 24 किलोमीटर दूर विंध्याचल की पहाड़ियों पर बसे कजलीगढ़ महादेव मंदिर में भी शिवरात्रि पर विशाल भंडारे का आयोजन किया गया
दरअसल, इंदौर से 24 किलोमीटर दूर विंध्याचल की पहाड़ियों पर बसे कजलीगढ़ महादेव मंदिर में शिवरात्रि के मौके पर एक विशाल भंडारे का आयोजन किया गया. यहां हजारों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने भगवान के दर्शन किये. कजलीगढ़ महादेव मंदिर में सुबह से ही भक्तों का तांता लगना शुरू हो गया था, शिवरात्रि के महापर्व पर यहां आयोजित किए गए फलाहारी भंडारे में 7100 किलो से ज्यादा खिचड़ी का प्रसाद बनवाया गया. मंदिर में दोपहर तक 40 हजार से ज्यादा लोग दर्शन करने पहुंचे.
कजलीगढ़ महादेव मंदिर में गुफा के अंदर स्वयंभू रूप में प्रकट हुए भगवान भोलेनाथ भक्तों की आस्था के केंद्र हैं. श्रद्धालुओं का कहना है कि यहां आने पर उनकी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. शिवरात्रि पर यहां मेले का भी आयोजन किया गया. बताया जा रहा है कि इस मंदिर में पिछले 21 सालों से लगातार फलाहारी भंडारे का आयोजन किया जाता है.