इंदौर। बड़नगर के कांग्रेस विधायक मुरली मोरवाल के बेटे करण मोरवाल को महिला पुलिस ने मक्सी से गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने आरोपी करण को कोर्ट के सामने पेश किया. कोर्ट ने करण को एक दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है. इस दौरान पुलिस आरोपी से फरारी के दौरान कहां-कहां रहा और किन लोगों ने उसकी मदद की इसके बारे में पूछताछ करेगी. आरोपी के गिरफ्तार होने के बाद पीड़ित महिला कोर्ट में भी पहुंची. इस दौरान पीड़िता ने इंदौर डीआईजी से भी मुलाकात की.
आरोपी की मदद करने वालों पर होगी कार्रवाई
कांग्रेस विधायक का बेटा करण मोरवाल 6 महीनों से फरार था. मंगलवार को महिला पुलिस ने करण को मक्सी के पास से गिरफ्तार किया. कोर्ट ने आरोपी को एक दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस आरोपी से पुछताछ के बाद उन लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई करेगी जिन्होंने आरोपी को भागने में मदद की और आरोपी को पनाह दी.
कोर्ट में आरोपी ने पीड़िता को दिया 3 करोड़ का ऑफर
आरोपी करण मोरवाल के पकड़े जाने की जानकारी लगते ही पीड़िता इंदौर डीआईजी कार्यालय पहुंची. जहां उसने डीआईजी मनीष कपूरिया से मुलाकात की. मुलाकात के बाद कोर्ट में पेशी पर आरोपी को कोर्ट लाया गया, तो इस दौरान पीड़िता कोर्ट पहुंच गई. लंच टाइम होने के कारण आरोपी को पुलिस की गाड़ी में बैठाया गया. उसको लेकर महिला ने आपत्ति जताई. पीड़िता ने इस दौरान हंगामा भी किया. मौके पर तैनात पुलिस अधिकारियों ने पीड़िता को समझाइश देकर वहां से रवाना किया.
विधायक के बेटे की संपत्ति कुर्क करने के आदेश, रेप के आरोप में फरार चल रहा करण मोरवाल
गाड़ी में बैठे आरोपी ने पीड़िता को 3 करोड़ रुपए का ऑफर दिया. जिसके बाद पीड़िता ने जमकर हंगामा किया. पीड़िता ने आरोप लगाए कि उसे लगातार मामले में राजीनामा करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ ही कांग्रेस विधायक मुरली मोरवाल का भी फोन आ रहा है. पीड़िता ने यह भी मांग की कि मामले में जो भी लोग शामिल है, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए.
पीड़ित महिला ने की सूरक्षा की मांग
पीड़िता ने अपनी सुरक्षा को लेकर भी इंदौर डीआईजी से मांग की. पीड़िता का कहना है कि लगातार उस पर हमले की आशंका बनी रहती है. उसे सुरक्षा उपलब्ध करवाई जाए. पीड़िता का कहना है कि इस मामले में जिस तरह से पुलिस ने कार्रवाई की है, वैसी ही कार्रवाई जारी रहे. निष्पक्ष कार्रवाई करते हुए आरोपी को दंड दिया जाए.