इंदौर।कोरोना महामारी का असर हर किसी पर पड़ा है, किसान भी इससे अछूत नहीं है. इंदौर जिले के देपालपुर में किसान ने 10 बीघा खेत में करीब डेढ़ लाख की लागत से लौकी लगाई थी, लेकिन कोरोना कर्फ्यू के चलते किसान महेश पाटीदार को भारी नुकसान उठाना पड़ा. उसकी फसल तो अच्छी हुई, लेकिन बिक नहीं पाई. ऐसे में परेशान होकर किसान ने खेत की सभी लौकियां मवेशियों को खिला दी.
10 बीघा में डेढ़ की लागत से लगाई लौकी
इंदौर से 60 किमी दूर देपालपुर तहसील के गौतमपुरा नगर के रुणजी क्षेत्र के निवासी किसान महेश पाटीदार ने मार्च के पहले हफ्ते में 15-20 हजार के लौकी के बीज अपने 10 बीघे खेत में बोए थे बीते वर्ष हुई अच्छी बारिश के चलते गर्मी में भी नलकूप का पानी भरपूर मिल रहा था जिसे देख महेश ने अपने 10 बीघा खेत में कुल डेढ़ लाख की लागत से लौकी की फसल लगाई थी. लौकी की फसल 60 दिनों में आना शुरू हो जाती है लेकिन फसल की बोवनी के कुछ दिनों बाद कोरोना कर्फ्यू लग गया.
मंडी में नहीं बिकी लौकी
वहीं जब किसान की फसल तैयार हुई जब तक क्षेत्र व अन्य जिलों की मंडियों बंद हो गई, इसके बाद लौकी खेत में ही खराब होने लगी, किसान ने 2 बार लौकी की गाड़ियां इंदौर मंडी भी पहुंचाई, लेकिन कोरोना कर्फ्यू के बीच मंडियों में लौकी नहीं बिकी, जिसके बाद किसान महेश ने सभी लौकी इंदौर के बाहर निकलते ही लोगों में बांट दी, वहीं पूरे खेत में अब लौकी खराब हो रही है किसान ने आस पास के गांवो में यह संदेश भी पहुंचाया दिया कि जिस किसी को लौकी चाहिए वह फ्री में मेरे खेत से ले जा सकता है कुछ लोग लौकी लेकर भी गए, लेकिन फिर भी खेत में लौकी की भरमार लगी हुई है.