इंदौर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मंगलवार को एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने बीजेपी के बड़े नेताओं पर नकली नोटों के धंधे में शामिल रहने का आरोप लगाया है. मीडिया से चर्चा के दौरान दिग्विजय सिंह ने कहा कि वे यह बात पूरे दावे के साथ कह सकते हैं. इसके अलावा लव जिहाद, संघ प्रमुख मोहन भागवत के डीएनए पर दिए गए बयान, बीजेपी और एआईएमआईएम प्रमुख असदउद्दीन ओवैसी के बीच सांठगांठ होने और संगीतकार जावेद अख्तर के बयान पर भी बेबाक तरीके से अपनी राय रखी और कई सवाल भी उठाए.
ओवैसी पर क्यों नहीं लगता राष्ट्रद्रोह का कानून
कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने इंदौर में हुई अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, संघ की विचारधारा को डॉक्टरों के पाठ्यक्रम में थोपे जाने और बीजेपी और एआईएमआईएम के बीच की सांठगाठ को लेकर बेबाक बयान दिए. उन्होंने यूपी बिहार चुनाव में ओवैसी की भड़काऊ बयानबाजी के सवाल पर कहा कि कोई भी बयान देने पर कांग्रेस नेताओं पर राष्ट्रद्रोह का मुकदमा लग जाता है, लेकिन ओवैसी पर नही लगता, दिग्विजय सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से पूछना चाहिए कि उन्होंने ओवैसी को क्यों खड़ा किया है. उन्होंने कहा कि जहां भी चुनाव होता है वहां बीजेपी पहले तो विकास की बात करती है और चुनाव करीब आते आते हिंदू-मुसलमान के मुद्दे पर लौट आती है. उन्होंने सवाल उठाते हुए पूछा कि ओवैसी अपने गृह राज्य तेलंगाना में पूरी सीट पर चुनाव नहीं लड़ते हैं, लेकिन बिहार और यूपी में चुनाव लड़ने पहुंच जाते हैं. सिंह ने आरोप लगाया कि चुनाव लड़ना ओवैसी की भाजपा से मिली जुली नूराकुश्ती को दिखाता है.
'मैं मानहानि के दावों से नहीं डरता'