इंदौर।कांग्रेस (Congress) अपने पारंपरिक गढ़ और विभिन्न राज्यों से लगातार सिमट रही है. मध्य प्रदेश के नगरीय निकाय चुनाव के ठीक पहले कांग्रेस गरीब और मध्यम तबके की शरण में है. दरअसल, गरीब और मध्यमवर्गीय तबके को एक बार फिर पार्टी से जोड़ने की कवायद के चलते आज कांग्रेस ने गांधी जयंती के अवसर पर महात्मा गांधी जन सेवा अभियान की शुरुआत की है, जिसके जरिए पार्टी के कार्यकर्ता और पदाधिकारी अब गरीब बस्तियों और समस्या ग्रस्त लोगों के बीच पहुंच कर उन्हें न केवल शासन की योजनाओं का लाभ दिलाएंगे, बल्कि अन्याय के खिलाफ उनकी आवाज भी बुलंद करते नजर आएंगे.
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दरअसल, प्रदेश में बीते डेढ़ दशक से शिवराज सरकार के दौरान कांग्रेस की स्थिति कमजोर हो रही है. इसके अलावा नगरी निकाय चुनाव में कांग्रेस को लगातार हार का सामना करना पड़ रहा है, लिहाजा पार्टी की कोशिश है कि आगामी निकाय चुनाव में सीधे उन कार्यकर्ताओं और मतदाताओं के इलाके में पहुंचा जाए जो भाजपा के कार्यकाल में प्रताड़ित होकर हाशिए पर हैं.
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पीड़ित लोगों की मदद करेगी पार्टी
इसके अलावा पार्टी की कोशिश रहेगी कि कांग्रेस के प्रभाव वाले जिन तबकों में लोग शासन की योजनाओं से लाभान्वित नहीं हो रहे हैं. उनकी मदद की जाए जिससे कि नगरी निकाय चुनाव में एक बार पारंपरिक मतदाता फिर पार्टी से जुड़ सकें. पार्टी पदाधिकारियों की मानें तो सबसे पहले इस अभियान की शुरुआत इंदौर से हो रही है, जिसके सफल होते ही इसे प्रदेश के विभिन्न जिलों में नगरी निकाय चुनावों के लिहाज से लागू कर दिया जाएगा.
ऐसे चलेगा गांधी जनसेवा अभियान
दरअसल, गांधी जनसेवा अभियान को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के निर्देशन में तैयार किया गया है. जिसमें पहली बार सामाजिक एनजीओ की मदद ली जाएगी. 2 अक्टूबर से लेकर गांधी जी की पुण्यतिथि 30 जनवरी तक इंदौर के 85 वार्डों में पहले से पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर चलाया जाएगा. इसमें लगातार करीब 4 महीने तक कांग्रेस के पदाधिकारी शहर कांग्रेस के निर्देशन में प्रत्येक वार्ड में जाएंगे. इस दौरान किसी ना किसी कांग्रेस कार्यकर्ता के घर वार्ड की बैठक होगी, जिसमें शासन की योजनाएं जैसे राशन कार्ड, गरीबी रेखा, अनाज वितरण, वृद्धावस्था पेंशन एवं अन्य विभिन्न प्रकार की ऐसी योजनाएं जिनका लोगों को लाभ नहीं मिल रहा है उनका रिकॉर्ड मौके पर ही दर्ज किया जाएगा.
मौके पर होगी पीड़ितों की मदद
इसके अलावा पीड़ित लोगों के लिए एक कार्ड बनाकर मौके पर ही दिया जाएगा जिसकी एंट्री कांग्रेस के अधीन कार्यरत एनजीओ के पदाधिकारी अपने रिकॉर्ड में करेंगे इसके बाद संबंधित परिवार अथवा व्यक्ति की समस्या कांग्रेस अपने रिकॉर्ड में दर्ज करते हुए समस्या का समाधान कराने की पहल अपने स्तर पर करेगी जिसकी अगुवाई विधायक पूर्व मंत्री कांग्रेस के पदाधिकारी अथवा पार्टी का प्रदेश स्तरीय शीर्ष नेतृत्व होगा जो संबंधित लोगों की समस्याएं हल कराने के लिए शासन स्तर तक मदद करेगा इस दौरान कोशिश रहेगी कि समस्या ग्रस्त लोग एक बार फिर कांग्रेस के पक्ष में लौट सकें.
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हर वार्ड में विकसित होगी गांधी वाटिका
गांधी सेवा अभियान के दौरान संबंधित वार्ड में जब भी बैठक के लिए कांग्रेस कार्यकर्ता और पदाधिकारी जुड़ेंगे. इस दौरान वह क्षेत्र के एक सार्वजनिक स्थान पर गांधी वाटिका विकसित करने के लिए एक पौधा भी लगाएंगे उसके बाद मौके पर ही अन्य लोग भी पौधरोपण करके संबंधित क्षेत्र को गांधी वाटिका के रूप में विकसित कर सकेंगे जिससे कि वार्ड स्तर पर कांग्रेश की पहल पर एक सार्वजनिक स्थान भी तय हो सके
बूथ स्तर के पदाधिकारी होंगे तैयार
लंबे समय के बाद शहरी इलाकों के वार्डों की सुध ले रही कांग्रेस अब अपने इस अभियान के जरिए बूथ स्तर तक कार्यकर्ताओं को तैयार करने की रणनीति पर भी काम कर रही है संबंधित अभियान के दौरान जो लोग सक्रिय रुप से पार्टी से जुड़ कर इस अभियान से जुड़ेंगे वह कांग्रेस के जमीनी कार्यकर्ता होने के बतोर नगरी निकाय चुनाव में बूथ स्तर की जिम्मेदारी भी संभाल पाएंगे.