इंदौर। नगर निगम में हुए बजट सम्मेलन के बाद बीजेपी पार्षदों और कांग्रेस पार्षदों के बीच लड़ाई शुरू हो गई थी. जिसके बाद कांग्रेस विधायक के खिलाफ मामला दर्ज होने के विरोध में कांग्रेस पार्षदों ने नेता प्रतिपक्ष की मौजूदगी में एसएसपी से मिलकर मामले को झूठा बताते हुए पूरे घटनाक्रम में न्याय संगत कार्रवाई की मांग की है. संभागायुक्त आकाश त्रिपाठी से मिलकर नए सिरे से नगर निगम का बजट सम्मेलन बुलाने की मांग की है.
कांग्रेस ने दरकिनार किया निगम का बजट सम्मेलन, संभागायुक्त से फिर की सम्मेलन बुलाने की मांग
नगर निगम में हुए बजट सम्मेलन के बाद बीजेपी पार्षदों और कांग्रेस पार्षदों के बीच लड़ाई शुरू हो गई थी. जिसके बाद कांग्रेस विधायक के खिलाफ मामला दर्ज होने के विरोध में कांग्रेस पार्षदों ने नेता प्रतिपक्ष की मौजूदगी में एसएसपी से मिलकर मामले को झूठा बताते हुए पूरे घटनाक्रम में न्याय संगत कार्रवाई की मांग की है.
क्या है मामला
कांग्रेस ने फिर से बजट सम्मेलन बुलाने की मांग की
कांग्रेस पार्षदों ने संभागायुक्त आकाश त्रिपाठी से मिलकर नए सिरे से बजट सम्मेलन बुलाने की मांग की है.
पहले बुलाए गए बजट सम्मेलन में हुआ था विवाद
कांग्रेस पार्षदों और नेताओं के बजट सम्मेलन में घुसने के बाद दोनों पक्षों के बीच हाथापाई की नौबत आने से विवाद बढ़ गया था.
नगर निगम परिषद के सम्मेलन में पानी की मांग को लेकर कांग्रेस नेता चिंटू चोकसे के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ता घुस गए थे.
निगम परिषद ने परिषद सम्मेलन में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के घुसने पर आपत्ति ली थी.
महापौर मालिनी गौड़ के नेतृत्व में बीजेपी पार्षदों ने लसूड़िया थाने का घेराव किया.
सम्मेलन में घुसने वालों के खिलाफ एफआईआर की मांग की थी.
लसूड़िया पुलिस ने कांग्रेस के एक विधायक प्रतिनिधि सर्वेश तिवारी के खिलाफ मामला दर्ज किया.