इंदौर। एक जून से लॉकडाउन का पांचवा चरण लगने वाला है. जिसे लेकर शहर के नेहरू स्टेडियम में एक अहम बैठक आयोजित की गई. बैठक में पुलिस विभाग के आला अधिकारियों के साथ-साथ अन्य विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे. वहीं केंद्र और राज्य सरकार ने जो निर्देश दिेए हैं उन निर्देशों के माध्यम से कलेक्टर ने इंदौर को तीन चरणों में बांटते हुए कई तरह की राहत दी है.
तीन चरणों में खुलेगा इंदौर बता दें की इंदौर में कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है. जिसे देखते हुए इंदौर को 3 जोन में बांटते हुए कलेक्टर ने कई तरह की राहत इंदौर वासियों को दी है. 29 गांव इंदौर की सीमा से लगे हुए हैं जिन्हें कलेक्टर ने पूरी तरह से खोल दिया है और जो भी दुकानें, और अन्य गतिविधिया हैं वो कल से सुचारू रुप से शुरू हो जाएंगी. इसके साथ ही बैंकों को भी पूरी तरीके से राहत दी गई है. जहां पर भी बैंक मौजूद हैं वहां पूरी तरीके से बैंको को खोल दिया जाएगा और कर्मचारी भी सुचारू रूप से काम कर सकेंगे.
इसी के साथ 29 गांव के आसपास के क्षेत्रों में भी इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने राहत दी है और वहां की भी कुछ दुकानों के साथ ही कुछ आवश्यक गतिविधियों को शुरू कर दिया जाएगा. वही इंदौर के मध्य क्षेत्र को अभी भी कलेक्टर ने काफी सेंसिटिव एरिया में रखते हुए उसे पूरी तरीके से बंद किया हुआ है. इंदौर का मध्य क्षेत्र कोरोना का क्षेत्र है जहां अभी भी काफी कंटेनमेंट जोन हैं और इन एरिया में लगातार कोरोना के मरीजों में इजाफा देखने को मिल रहा है. जिसे देखते हुए क्षेत्र को पूरी तरह से बंद किया गया है.
इसी के साथ इंदौर में जो रात्रिकालीन कर्फ्यू है वह अभी भी आने वाले समय में जारी रहेगा, इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने जनता से अपील की है कि जो भी राहत दी गई हैं उसमें केंद्र और राज्य सरकार ने जो नियम लागू किए हैं उनका सख्ती से पालन किया जाए.
इंदौर के रेड जोन होने के बाद भी कलेक्टर ने जो राहत दी हैं उसे देखते हुए देखना होगा की आने वाले समय में इस राहत से इंदौर में मरीजों की संख्या में किस हिसाब का इजाफा देखने को मिलता है.