इंदौर।सीबीआई ने एक बार फिर जेईई मेंस परीक्षा (JEE Mains Exam) में हुई गड़बड़ी को लेकर इंदौर सहित देशभर के 19 स्थानों पर छापामार (CBI Raid In MP) कार्रवाई की. वहीं सीबीआई ने इंदौर में कम्पनी के दफ्तर पर छापामार कार्रवाई की, जहां सीबीआई को ताला लटका मिला. इसके बाद सीबीआई ने बिल्डिंग में मौजूद दफ्तर के अन्य लोगों के बारे में जनाकारी लेकर कुछ जांच पड़ताल की. आने वाले समय में सीबीआई जेईई मेंस में हुई गड़बड़ी के बारे में बड़े खुलासे कर सकती है.
एफिनिटी एजुकेशन सेंटर पर हुई छापेमारी
बता दें कि जेईई मेंस ऑनलाइन परीक्षा 2021 (JEE Mains Online Exam 2021) में अलग तरह की अनियमितताएं सामने आईं. सीबीआई को पिछले दिनों एक शिकायत मिली थी, जिस पर छानबीन शुरू की गई. सीबीआई ने एफिनिटी एजुकेशन (Affinity Education Center) के देशभर में जितने भी सेंटर हैं, वहां छापामार कार्रवाई की गई.
एफिनिटी एजुकेशन के देश में हैं 19 ठिकाने
एफिनिटी एजुकेशन कंपनी (Affinity Education Company) देशभर में एजुकेशन कंसलटेंसी फर्म का काम करती है. इसके देश भर में 19 ठिकाने हैं, जिसमें इंदौर, दिल्ली ,एनसीआर ,पुणे, जमशेदपुर और बेंगलुरु भी हैं. सभी ठिकानों पर सीबीआई ने छापामार कार्रवाई की. इस दौरान सीबीआई ने बड़ी मात्रा में दस्तावेज जब्त किए. जिनकी काफी बारीकी से जांच पड़ताल की जा रही है.
सोनीपत में होता है गड़बड़झाला
सीबीआई को शिकायत मिली कि एफिनिटी एजुकेशन ने जेईई मेंस ऑनलाइन परीक्षा 2021 (JEE Mains Online Exam 2021) में सेंध लगाई है. इस कंपनी ने सोनीपत के एक खास सेंटर को चुना है, जिन भी छात्रों ने जेईई मेंस परीक्षा में पार्टिसिपेट (JEE Mains Exam Student Participation) किया, उन सभी छात्रों से सोनीपत स्थित सेंटर (JEE Exam Center Sonipat) को चुनने के लिए कहा गया था.
टॉप कॉलेज में एडमिशन के नाम पर हो रहा फर्जीवाड़ा
सोनीपत में सेंटर के चयन के बाद सेंटर में एक पासवर्ड और अलग तरह की व्यवस्था की गई थी. परीक्षा में जो भी छात्र बैठे थे उनकी जानकारी सीबीआई तक पहुंची थी. इसमें सीबीआई को पता लगा कि जेईई मेंस एग्जाम को क्लियर करने के बाद देश के टॉप कॉलेजों (Top Colleges of JEE) में एडमिशन के नाम पर 12 से 15 लाख रुपए की डील भी हुई है. उसी के तहत उन खास छात्रों को सोनीपत स्थित सेंटर का चुनाव करवाया गया.
यूजरनेम और पासवर्ड से होती है छेड़छाड़
सेंटर के छात्रों को जो पर्चा वहां पर मिला था, वह हूबहू उसी तरह का पर्चा दूर बैठे किसी व्यक्ति के पास खुला. उसके बाद संबंधित व्यक्ति ने सेंटर में बैठे छात्रों का यूजरनेम और पासवर्ड का इस्तेमाल कर जवाब भेज दिए. इसी दौरान इस पूरे मामले की कई लोगों ने छानबीन की, जिसके बाद यह गड़बड़ी पकड़ में आई.
परीक्षा केंद्रों पर तैनात अधिकारियों की मिलीभगत की हो रही जांच
जिन केंद्रों पर इस तरह का फर्जीवाड़ा हुआ है, सीबीआई कर्मचारियों के साथ ही परीक्षा केंद्रों पर तैनात लोगों की भी जानकारी खंगाल रही है. आशंका है कि इन लोगों की मिलीभगत के कारण ही इस तरह की अनियमितताएं हुईं हैं. यह भी बताया जा रहा है कि कंसल्टेंसी का मूल काम छात्रों को अच्छे कॉलेजों में एडमिशन दिलवाना था. इसके चलते छात्रों से एडमिशन के नाम पर डील होती थी. इसके बाद उनके रिजल्ट और अन्य दस्तावेज रख लेते थे. रिजल्ट आने के बाद प्रवेश होने पर बाकी राशि ली जाती थी.
दलालों के माध्यम से होती थी डील
सीबीआई को जानकारी लगी है कि कंपनी से जुड़े दलाल बड़े शहरों में सक्रिय रहते थे. यह दलाल छात्रों से संपर्क करते थे और उन्हें बड़े कॉलेजों में एडमिशन दिलाने के नाम पर 12 से 15 लाख रुपए लेते थे. दलाल ही कंपनी से बात कर छात्रों से सोनीपत में बने सेंटरों को चिन्हित कराता था. इसके बाद छात्र सोनीपत स्थित सेंटर में जाकर एग्जाम देते थे. उन छात्रों का पासवर्ड यूजर आईडी कंपनी के द्वारा अप्वॉइंट किए गए व्यक्ति तक पहुंचा दिया जाता था.
इन्दौर है एजुकेशन हब
इंदौर देश भर में एजुकेशन हब के लिए भी जाना जाता है. देश के कई छात्र इंदौर में अलग-अलग तरह के कोर्स कर रहे हैं. इंदौर में भी कंपनी के द्वारा एक सेंटर खोला गया था. यह ऑफिस विजय नगर स्थित एक बिल्डिंग में बनाया गया है. जहां उसके कुछ कर्मचारी काम करते थे, लेकिन कंपनी को छापे की कार्रवाई की सूचना पहले ही लग गई थी. जब सीबीआई छापेमारी के लिए पहुंची, तो वहां ताला लटका हुआ था.
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इन्दौर के छात्र हायर एजुकेशन के लिए करते हैं मोटी रकम खर्च
यहां छात्र हायर एजुकेशन पाने के लिए बड़ी से बड़ी रकम खर्च करने से भी पीछे नहीं हटते हैं. जेईई मेंस में इंदौर के भी काफी छात्रों ने एग्जाम दिए थे. जिस तरह से सीबीआई ने एफिनिटी एजुकेशन हब के दफ्तर पर छापे मार कार्रवाई की तो संभवत इंदौर के भी काफी छात्रों ने सोनीपत स्थित सेंटर पर जाकर एग्जाम दिया होगा. उसी के बाद सीबीआई ने इंदौर स्थित दफ्तर पर भी छापे मार कार्रवाई की. सीबीआई इस मामले में जांच पड़ताल कर रही है. आने वाले दिनों में सीबीआई बड़ा खुलासा भी कर सकती है.