इंदौर। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शनिवार को जो राष्ट्रीय कार्यकारिणी घोषित की उससे भले ही पार्टी के कई नेताओं को नई जिम्मेदारी मिलने की खुशी मिली हो, लेकिन राष्ट्रीय कार्यकारिणी में मध्य प्रदेश से चौथी बार महासचिव बने कैलाश विजयवर्गीय के अरमान दिल में ही रह गए. इतना ही नहीं महासचिव पद की घोषणा होते ही कैलाश विजयवर्गीय ने फोन करके पार्टी अध्यक्ष से पूछ लिया कि "आपने फिर मुझे महासचिव बना दिया, तो जेपी नड्डा को भी कहना पड़ा कि हां मैं आपको बनाना तो कुछ और चाहता था लेकिन फिलहाल आपके लिए यही सही है".
अघोषित रूप से अध्यक्ष पद के दावेदार थे कैलाश विजयवर्गीय:गौरतलब है कैलाश विजयवर्गीय चुनाव के पहले सत्ता में बदलाव की अटकलों के बीच अघोषित रूप से अध्यक्ष पद के दावेदार थे. हालांकि, चुनाव पूर्व सत्ता और संगठन में किसी भी तरह के बदलाव से इनकार कर चुकी पार्टी अब कोई रिस्क नहीं लेना चाहती. यही वजह है कि घोषित तौर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष के रूप में बीडी शर्मा के नेतृत्व में ही चुनाव लड़े जाने की घोषणा के बाद भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव को अपने ही पद पर रिपीट करने के अलावा पार्टी के पास भी कोई बेहतर विकल्प नहीं था. यही वजह है कि कैलाश विजयवर्गीय को अपने पद को लेकर कहीं ना कहीं एक बार फिर अघोषित तौर पर निराशा हाथ लगी है.