इंदौर। वंदे भारत ट्रेन के किराए को लेकर यात्रियों के विरोध के बीच पूर्व लोकसभा अध्यक्ष और भाजपा की वरिष्ठ नेता सुमित्रा महाजन ने यात्रियों को नसीहत दी. उन्होंने कहा, ''साइकिल और वंदे भारत ट्रेन की सुविधाओं में फर्क है. इसलिए ट्रेन का किराया ज्यादा होना स्वाभाविक है.'' दरअसल बुधवार को सुमित्रा महाजन इंदौर के लक्ष्मीबाई नगर रेलवे स्टेशन के भूमि पूजन के अवसर पर पहुंची थीं. यहां उन्होंने इंदौर के दो महत्वपूर्ण रेल प्रोजेक्ट की लेटलतीफी के कारण रेल मंत्री को इंदौर में आकर प्रोजेक्ट की समीक्षा करने की सलाह दी है. वहीं, इंदौर-देवास-उज्जैन दोहरीकरण परियोजना के अंतर्गत लक्ष्मीबाई नगर रेलवे स्टेशन पर नए रेलवे स्टेशन भवन के शिलान्यास अवसर पर पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहीं.
वंदे भारत ट्रेन के किराए को कम करने पर हो रहा विचारः इस अवसर पर उन्होंने ने कहा, ''जिस प्रकार साइकिल चलाने में हवा भरने से ज्यादा खर्चा नहीं है. उसी प्रकार स्कूटर आ जाए तो खर्च थोड़ा बढ़ जाता है, कार में यह खर्च डबल हो जाता है. उसी प्रकार वंदे भारत में सभी प्रकार की सुविधाएं बढ़ने से किराए की कॉस्ट भी बढ़ जाती है." महाजन ने कहा, ''हालांकि फिर भी सामान्य लोगों के लिए और भी गाड़ियां चल रही हैं जिनमें कम किराए पर यात्रा उपलब्ध है. सरकार अब वंदे भारत ट्रेन के किराए को कम करने पर विचार कर रही है, जिसे लेकर माना जा रहा है कि इंदौर से भोपाल की ओर चलने वाली ट्रेन को भोपाल-ग्वालियर और खजुराहो तक बढ़ा दिया जाए, तो किराए में राहत मिल सकती है. इसी प्रकार भोपाल जबलपुर ट्रेन को यदि इंदौर तक आगे लाया जाए तो भी किराए में यात्रियों को राहत मिल सकती है.
वंदे भारत ट्रेन का किरायाः गौरतलब है कि इंदौर से भोपाल के बीच चलने वाली वंदे भारत ट्रेन का एग्जीक्यूटिव क्लास में किराया 1510 रुपये है और चेयर कार का किराया 810 रुपये है, जिसके चलते वंदे भारत ट्रेन में इंदौर-भोपाल रूट पर यात्रियों का टोटा है. हालांकि पहले दिन इस ट्रेन में 109 यात्रियों ने इंदौर से भोपाल के लिए सफर किया था. उसमें एग्जीक्यूटिव क्लास की 52 सीटों पर मात्र 6 यात्री ही सवार थे. इसी प्रकार चेयर कार में 478 सीटों में से 103 सीटें ही भर पाई थीं. इसके बाद से ही वंदे भारत ट्रेन के किराए को लेकर सवाल उठ रहे हैं.