इंदौर। शहर के प्रतिष्ठित होलकर साइंस महाविद्यालय में अब छात्रों को निजी कंपनी की तरह अपनी उपस्थिति दर्ज करानी होगी, इसके लिए महाविद्यालय ने नई व्यवस्था लागू की है. जिसके तहत छात्रों को एक विशेष आई कार्ड दिया है, जिसे महाविद्यालय में लगी मशीन के सामने स्कैन करना होगा.
बायोमैट्रिक मशीन से बंक पर लगेगी ब्रेक, परिजनों को मिलेगा हाजिरी का संदेश - Biometric machine will make students entry
कॉलेज में आई कार्ड स्कैन करते ही छात्रों की उपस्थिति महाविद्यालय में दर्ज हो जाएगी, जबकि उपस्थिति संबंधित एक मैसेज छात्रों द्वारा रजिस्टर्ड कराए गए नंबर पर भी पहुंच जाएगा.
आई कार्ड को स्कैन करते ही छात्रों की उपस्थिति महाविद्यालय में दर्ज हो जाएगी, जबकि उपस्थिति संबंधित एक मैसेज छात्रों द्वारा रजिस्टर्ड कराए गए नंबर पर भी पहुंच जाएगा. महाविद्यालय छात्रों से उनके परिजनों का नंबर रजिस्टर्ड कराया गया है, ताकि छात्रों की महाविद्यालय में लगने वाली उपस्थिति की जानकारी परिजनों तक भी आसानी से पहुंच सके. महाविद्यालय के इस नवाचार से छात्रों की पढ़ाई पर भी असर पड़ेगा. अब तक बंक मारने वाले छात्र परिजनों को मिलने वाली जानकारी के चलते महाविद्यालय में ही नजर आएंगे.
होलकर महाविद्यालय के प्राचार्य सुरेश सिलावट का कहना है कि इस नवाचार से छात्रों की गतिविधियों पर आसानी से नजर रखी जा सकती है. कई बार छात्र महाविद्यालय जाने का कहकर यहां नहीं आते हैं, इससे छात्र ऐसा नहीं कर सकेंगे. इस मशीन पर उपस्थिति दर्ज कराने में छात्रों को केवल 5 सेकंड का समय ही लग रहा है. जिससे उन्हें भी किसी तरह की समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा. इस व्यवस्था को लागू किए जाने से महाविद्यालय में छात्रों की उपस्थिति में भी वृद्धि होगी.