इंदौर।मध्य प्रदेश के बहुचर्चित भय्यू महाराज आत्महत्या मामले के बाद उनकी दूसरी पत्नी आयुषी और पहली पत्नी की बेटी कुहू के बीच विरासत को लेकर घमासन छिड़ा हुआ हैं. अब भय्यू महाराज की माता के अंतिम संस्कार पर भी परिवार में कलह देखने को मिल रहा हैं. बेटी कुहू ने अंतिम संस्कार नहीं करने देने का आरोप लगाया हैं, जबकि आयुषी का कहना है कि तकरीबन तीन साल से कुहू अपनी दादी से मुलाकात करने तक नहीं आई.
भय्यू महाराज ने अपने ही घर में रिवाल्वर से गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी, जिसके बाद दूसरी पत्नी आयुषी और पहली पत्नी की बेटी कुहू के बीच विरासत को लेकर परिवारिक कलह शुरू हो गई थी. जहां इस पूरे मामले की सुनवाई कोर्ट में चल रही हैं. वहीं उस दौरान आयुषी और कुहू के द्वारा कोर्ट में जो बयान दिए गए, वह जमकर सुर्खियों में रहे.
भय्यू महाराज की आत्महत्या किसी पहेली से कम नहीं हैं. कई सवाल खड़े किए गए थे. इसी बीच भय्यू महाराज की मां कुमुदिनी देशमुख का कोरोना से निधन हो गया हैं. काफी लंबे समय से उनका निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था. कुमुदीनी देशमुख को भय्यूजी महाराज की दूसरी पत्नी डॉक्टर आयुषी ने मुखाग्नि दी. इस दौरान पूरे विधि-विधान से अंतिम संस्कार किया गया.
बेटी कुहू का आरोप
भय्यू महाराज की बेटी कुहू ने आरोप लगाया है कि उन्हें दादी का अंतिम संस्कार नहीं करने दिया गया, जबकि दादी से वह काफी प्यार करती थी. फोन पर रोजाना उनसे उनके स्वास्थ्य के बारे में बात होती थी. दादी ने ही उन्हें पालपोस कर बड़ा किया हैं. परिवार में पूजा सहित अन्य कामों में उनके द्वारा ही आहुति दी जाती थी. उसी के बाद घर में कोई कार्य होता था, लेकिन जिस तरह से उन्हें दादी का अंतिम संस्कार नहीं करने दिया गया. कुहू का कहना है कि वह दादी की मौत की सूचना पर अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए ही आई हुई थी, लेकिन उसे अंतिम संस्कार करने का अधिकार नहीं दिया गया.