इंदौर। सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में 60 हजार रुपए में भर्ती कराने के साथ बेड दिलाने का गोरखधंधा उजागर होने पर पूरे मामले में एक उच्च स्तरीय समिति गठित की गई है. वहीं राज्य शासन ने अस्पताल में एक आईएएस स्तर के वरिष्ठ अधिकारी की तैनाती की है. मरीजों की सुविधा के लिए अब अस्पताल में भर्ती से लेकर अन्य तमाम व्यवस्थाओं के लिए टोकन सिस्टम लागू कर दिया है.
अवैध वसूली से जुड़ा वीडियो वायरल
सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाएं जुटाने के लिए नियुक्त की गई निजी एजेंसियों के कर्मचारियों द्वारा अवैध तरीके से अस्पताल में मरीजों को भर्ती कराकर हजारों रुपए की अवैध वसूली से जुड़ा वीडियो लगातार वायरल हुआ था. इस मामले के उजागर होने के बाद प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट इंदौर के संभाग आयुक्त डॉ. पवन शर्मा भाजपा के नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे समेत अन्य अधिकारी अस्पताल पहुंचे थे. अस्पताल में भर्ती से लेकर रेमडेसिवीर इंजेक्शन लगाने की तमाम व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने के बाद राज्य शासन ने अस्पताल में इस मामले की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति गठित कर दी है.
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'पहले आओ पहले पाओ' की व्यवस्था
वहीं पूरे मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं, इस दौरान प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट ने बताया कि पूरी घटना के लिए जो भी कर्मचारी दोषी होंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. वहीं संभाग आयुक्त पवन शर्मा का कहना था कि पूरे मामले में एक समिति जांच कर रही है, अस्पताल में पूरी व्यवस्थाओं की देखरेख के लिए इंदौर विकास प्राधिकरण के सीईओ विवेक श्रोत्रिय को प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया गया है. इसके अलावा यहां आने वाले मरीजों के साथ वसूली और अन्य गड़बड़ी या ना हो इसके लिए 'पहले आओ पहले पाओ' की व्यवस्था लागू करते हुए टोकन सिस्टम लागू कर दिया है. उन्होंने बताया अस्पताल के स्टाफ से लेकर निजी एजेंसी तक जो भी कर्मचारी इस में लिप्त पाया जाएगा उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी.
आरोपियों की तलाश शुरु
इस मामले से जुड़ा वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. जिसकी पड़ताल में पता चला था कि सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में फैसिलिटी मैनेजर गिरजा शंकर यादव द्वारा जरूरतमंद मरीजों से संपर्क कर अस्पताल के पीछे के रास्ते से मरीजों को डॉक्टरों के पास पहुंचा कर उन्हें अस्पताल में भर्ती करवा रहा था. बताया जाता है यह निजी एजेंसी का कर्मचारी है, जिसे अस्पताल में हॉस्पिटैलिटी समेत सुरक्षा आदि के काम का ठेका दिया गया है. फिलहाल पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर आरोपियों की खोजबीन शुरू कर दी है.