इंदौर। बेटमा के दौलताबाद में खदानों में काम करने वाले दलित युवकों को सुपरवाइजर द्वारा मारपीट करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. इस मामले में लेकर पुलिस ने आरआर स्टोन के तीन कर्मचारियों के खिलाफ कई धाराओं में मामला दर्ज किया है. वहीं एक मुख्य आरोपी पर रासुका की कार्रवाई भी की है. वहीं इस पूरे मामले को लेकर दलित समाज में अभी भी आक्रोश है. बलाई समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने प्रशासन से मांग की है, आरआर स्टोन के संचालक के खिलाफ भी मामला दर्ज हो. वहीं समाज ने कार्रवाई ना करने पर भूख हड़ताल पर बैठने की चेतावनी भी दी है.
बेटमा थाना क्षेत्र के दौलताबाद में आरआर स्टोन के कर्मचारियो ने जिस तरह से दलित समाज के दो युवकों के साथ मारपीट की. जिस तरह से मारपीट के वीडियो आए. उसको देखते हुए मामले में अब जमकर आरोप-प्रत्यारोप भी शुरू हो गए हैं. जहां वीडियो के आधार पर पुलिस ने कर्मचारियों के खिलाफ मामाल दर्ज किया है. वहीं बलाई समाज ने प्रशासन की कार्रवाई को छोटा बताया है. उन्होंने पुलिस प्रशासन पर जमकर आरोप भी लगाए हैं.
बलाई समाज ने दी चेतावनी
इसी के साथ राष्ट्रीय अध्यक्ष ने प्रशासन से यह भी मांग रखी है कि अगर आने वाले दिनों में आरआर स्टोन के कर्मचारियों के साथ ही उनके मालिकों पर मामला दर्ज नहीं होता है तो इसको लेकर कई तरह से विरोध प्रदर्शन किया जाएगा. बलाई समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज परमार का कहना है कि पुलिस ने तीन कर्मचारियों पर तो कार्रवाई कर दी. लेकिन इस मामले में जिन लोगों के कहने पर कर्मचारियों ने इस तरह की वारदात को अंजाम दिया. उन पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.
लिहाजा बलाई समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष का यह भी कहना है कि आरआर स्टोन के मालिक ऋषिराज सिंह और धीरज कनोजे पर अभी तक किसी तरह की कार्रवाई प्रशासन ने नहीं की है. उनकी मांग है कि मालिक ऋषि राज सिंह और धीरज कनोजे के खिलाफ अपहरण सहित कई धाराओं में मामला दर्ज हो और उन्हें भी गिरफ्तार किया जाए. क्योंकि इन दोनों के कहने पर ही इन कर्मचारियों ने दलित युवकों के साथ इतनी बेरहमी से मारपीट को अंजाम दिया था.
उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन इन दोनों के खिलाफ किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं करता है. तो आने वाले दिनों में प्रशासन के खिलाफ कई तरह से विरोध प्रदर्शन किया जाएगा. इसके लिए पूरा दलित समाज भूख हड़ताल पर भी बैठ सकता है.
खदान मालिक ने की थी मजदूरों से बात
बलाई समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज परमार का कहना है कि मजदूरों को पिछले काफी दिनों से खदान मालिक ने सैलरी नहीं दी थी. जिसके कारण उन्होंने खदान मालिक को अपशब्द कह दिए थे. इसी का बदला लेने के लिए खदान मालिक ने अपने वहां पर तैनात कर्मचारियों को इन दोनों मजदूरों को सबक सिखाने के लिए पहुंचाया था. घर की महिलाओं के सामने उन्हें कर्मचारियों द्वारा गाड़ी में बैठाकर खदान पर ले जाया गया और वहां पर दूसरे मजदूरों के सामने इनको जमकर पीटा गया.
वहीं स्टोन मालिक के गुंडों ने दोनों मजदूरों की बात भी स्टोन मालिक से फोन पर करवाई थी. इस दौरान उन्होंने इनको सबक सिखाने का कहा था. इस आधार पर मालिक ऋषिराज सिंह व धीरज कनोजे के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.