इंदौर।राजधानी भोपाल सहित पूरे प्रदेश में एक बार फिर तेज बारिश का दौर देखने को मिल रहा है. जिसके कारण नदी-नाले उफान पर हैं. तो वहीं दो दिन पहले इंदौर नगर निगम ने देश के सामने मिसाल पेश करते हुए स्वच्छता में नंबर वन का पायदान हासिल किया था. लेकिन तेज बारिश ने इंदौर नगर निगम की कार्यप्रणाली और काम करने के तौर तरीके की पोल खोल दी है. इंदौर के विभिन्न क्षेत्रों में भारी जलभराव जीता जागता एक उदाहरण है कि इंदौर नगर निगम के दावे कितने हकीकत हैं और कितने कागजों पर.
2 दिन पहले ही इंदौर की पूरे देश में स्वच्छता को लेकर बातें हो रही थी और इंदौर नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारियों का विभिन्न सामाजिक संगठनों के द्वारा सम्मान किया जा रहा था. लेकिन शुक्रवार देर शाम से शुरू हुई बारिश ने इंदौर नगर निगम की कार्यप्रणाली की पोल खोलकर रख दी.
विभिन्न क्षेत्र चाहे इंदौर के वीआईपी क्षेत्र की बात की जाए या फिर पॉश इलाकों की बात की जाए या निचली बस्तियों की बात की जाए सभी भारी बारिश के कारण जलमग्न हो गए हैं. वहीं जलमग्न होने के कारण लोगों का जनजीवन काफी अस्त-व्यस्त हो गया है. वहीं जिन क्षेत्रों में और जिन सड़कों पर निगम यह दावा करता था कि यहां जलमग्न नहीं हो सकता वहां सड़कों पर भी भारी भर गया है.