इंदौर।जिले में 2 साल पहले लोन के नाम पर धोखाधड़ी की वारदात सामने आई थी. जिसके बाद से पुलिस लगातार मामले की जांच कर रही है. इसी कड़ी में एक और आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ा है. दरअसल तीन आरोपियों ने दो साल पहले एक व्यक्ति का फर्जी खाता खोलकर उसके नाम से लाखों रुपए का बैंक से लोन ले लिया था. जिसके बाद से आरोपी फरार चल रहे थे. अबतक मामले में दो आरोपी की गिरफ्तारी हो चुकी है. वहीं वारदात का मुख्य आरोपी बैंक अधिकारी मीणा फरार चल रहा है. जिसकी पुलिस तलाश कर रही है.
फर्जी दस्तावेज तैयार कर लिया था लोन
दरअसल इंदौर की संयोगितागंज पुलिस ने पीड़ित खुर्शीद नामक एक व्यक्ति की शिकायत पर तीन लोगों के खिलाफ दो साल पहले धारा-420 का अपराध दर्ज किया था. पीड़ित के नाम से आरोपियों ने फर्जी खाता खोलकर आंध्रा बैंक से 30 लाख से ज्यादा का लोन लिया था. लेकिन बैंक ने कुछ पैसा तो सेटलमेंट कर लिया था, फिर भी 15 लाख से अधिक की राशि बाकि थी. आंध्रा बैंक के प्रबंधक राजकुमार मीणा और अन्य एक व्यक्ति के साथ पकड़ा गया आरोपी राहुल जैन भी शमिल था. वहीं पुलिस आरोपियों की तलाश में थी. पुलिस ने इस अपराध में अब तक दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. अब बैंक के पूर्व प्रबंधक की तलाश की जा रही है. जो काफी दिनों से फरार चल रहा है.