इंदौर। ऑनलाइन ठगी की वारदातों में लगातार इजाफा हो रहा है, इसी कड़ी में एक मामला राज्य साइबर सेल के पास पिछले दिनों सामने आया था, जब क्रेडिट कार्ड के माध्यम से हजारों रुपए की ठगी की गई थी, इस मामले में शिकायत के बाद साइबर सेल ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जिससे पुलिस पूछताछ कर रही है.
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राज्य साइबर सेल को पिछले दिनों फरियादी मदनलाल वर्षी ने शिकायत की थी कि उसके क्रेडिट कार्ड से अचानक से ₹54000 निकल गए और इसकी जानकारी उसे मैसेज के माध्यम से मिली है, वहीं उसने यह भी राज्य साइबर सेल को बताया कि इस दौरान उसने किसी तरह का कोई ट्रांजेक्शन नहीं किया है, जब उसे मैसेज मिला, तो उसको पूरे मामले की जानकारी मिली.
दोस्त को थी क्रेडिट कार्ड की जानकारी
राज्य साइबर सेल ने पूरे मामले में जांच पड़ताल करते हुए उसके ही साथ में रहने वाले आरोपी महादेव यादव को गिरफ्तार किया, बता दें महादेव यादव फरियादी का काफी घनिष्ठ दोस्त था और उसे क्रेडिट कार्ड के पिन नंबर और पासवर्ड की भी जानकारी थी, उसने फरियादी को धोखे में रखकर उसके क्रेडिट कार्ड से पहले ₹500 का पेट्रोल भरवाया और उसके बाद उसने उसके ही क्रेडिट कार्ड से ₹54000 का ट्रांजेक्शन कर दिया.
जब फरियादी को पूरे मामले की जानकारी मिली, तो उसने राज्य साइबर सेल को सूचना दी, पूरे मामले में तफ्तीश करते हुए फरियादी के ही दोस्त महादेव यादव को गिरफ्तार किया, वहीं प्रारंभिक पूछताछ में उसने ऑनलाइन तरीके से धोखाधड़ी करने की वारदात को कबूल किया और पूरे मामले में काफी कुछ जानकारी भी राज्य साइबर सेल को दी.
कर्नाटक और राजस्थान में आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस ने दी दबिश
जिस तरह से ऑनलाइन ट्रांजेक्शन हुआ, उसके बाद पुलिस ने राजस्थान और कर्नाटक के कई शहरों में दबिश दी, बता दें कि आरोपी वारदात को अंजाम देने के बाद कर्नाटक और राजस्थान सहित अन्य जगह पर घूमने के लिए गया था, इस दौरान राज्य साइबर सेल को उसकी लोकेशन कर्नाटक के साथ ही राजस्थान के कई शहरों में मिली थी.
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राज्य साइबर सेल ने आरोपी को पकड़ने के लिए कर्नाटक और राजस्थान में दबिश दी, लेकिन आरोपी बच निकला, इसके बाद राज्य साइबर सेल को यह सूचना मिली कि आरोपी बुरहानपुर में छुपा हुआ है, राज्य साइबर सेल की टीम ने बुरहानपुर में दबिश देकर आरोपी को गिरफ्तार किया,जिससे पूछताछ की जा रही है. फिलहाल इस पूरे मामले में पुलिस जांच पड़ताल करने में जुटी हुई है, लेकिन इंदौर में इस तरह की घटनाएं पहले भी सामने आ चुकी हैं.