इंदौर। शहर में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 53वें प्रांत अधिवेशन का शुभारंभ हुआ. इस अधिवेशन में प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल रहे. इस अधिवेशन में 35 शहरों से 800 से अधिक कार्यकर्ता पहुंचे थे. इस दौरान मध्य भारत प्रान्त का निर्वाचन भी हुआ, जिसमें मध्य भारत प्रांत का निर्वाचन किया गया. इसमें मध्य भारत प्रान्त और मालवा प्रांत अलग-अलग हुए, जिसमें मध्य भारत प्रांत के दो हिस्से हुए.
एबीवीपी के मध्य भारत प्रांत के हुए दो हिस्से
ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर में आयोजित हुए एबीवीपी के इस प्रांत अधिवेशन में मध्य भारत प्रांत को दो हिस्सों में बांटा गया. मध्य भारत प्रांत का केंद्र भोपाल किया गया है, तो वहीं अब से मालवा प्रांत का केंद्र इंदौर किया गया है. एबीवीपी का अभी तक मध्य भारत केंद्र हुआ करता था, जिसका केंद्र भोपाल था. इन्हें मिलाकर मध्य प्रदेश में तीन प्रांत हो गए हैं.
विद्यार्थी परिषद के अधिवेशन को संबोधित करते हुए उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि मेरे सामने भी विद्यार्थी परिषद में कई बदलाव हुए. मैं जब अलग-अलग पदों पर रहा, तो कई प्रांतों का निर्माण हुआ. आज फिर प्रांत का निर्माण हो रहा है.
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि परिषद के भाव में परिवार भाव भी है. इसलिए परिषद से जोड़ना भी जरूरी है. मोहन यादव ने कहा कि मैं जब पहली बार छात्र संघ का प्रतिनिधि बना, तो मुझे ध्यान आया कि कॉलेज में विवेकानंद की प्रतिमा नहीं है. ब्लेजर के पैसे से हमने स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा लगवा ली.