इंदौर। प्रदेश सहित इंदौर विद्युत वितरण कंपनी के 45000 कर्मचारियों ने संगठन के आह्वान पर 14 मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं, इस दौरान उन्होंने पोलो ग्राउंड स्थित मुख्यालय पर विभिन्न अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा है. कर्मचारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में यदि विद्युत वितरण कंपनी ने उनकी मांगों को पूरा नहीं किया तो अलग-अलग तरीके से प्रदर्शन करेंगे.
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हड़ताल पर 45000 कर्मचारी
प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बाद से कर्मचारी संगठन अलग-अलग मांगे कर रहे हैं, इसी कड़ी में पश्चिम विद्युत वितरण कंपनी के 45000 कर्मचारी संगठन के बैनर तले प्रदर्शन किये, ये कर्मचारी अपनी 14 मांगों को लेकर पहले भी प्रदर्शन कर चुके हैं, अभी तक कर्मचारियों की एक भी मांग पर कंपनी के अधिकारी हामी नहीं भरे हैं. पिछले दिनों मंत्री को भी कर्मचारियों ने ज्ञापन सौंपा था, उसके बाद भी अभी तक कर्मचारियों की मांगों पर कोई अमल नहीं हुआ है.
प्रशासन है कि सुनता ही नहीं
अपनी मांगों को लेकर एक बार फिर विद्युत वितरण कंपनी के कर्मचारी मैदान में हैं, उन्होंने अनिश्चितकालीन प्रदर्शन की चेतावनी दी है. विद्युत वितरण कंपनी के आउट सोर्स कर्मचारियों का कहना है कि प्रशासन से कई सालों से मांग की जा रही है, लेकिन प्रशासन सुनता ही नहीं है. पहले भी कर्मचारियों ने ज्ञापन सौंपा था कि जितने भी कर्मचारी हैं, उन्हें शासकीय कर्मचारी व संविदा पर नौकरी दी जाए, लेकिन एक भी कर्मचारी को अभी तक संविदा पर नौकरी नहीं मिली है.
किसी भी कर्मचारी का बीमा नहीं
विद्युत वितरण कंपनी का काम करते समय कई बार कर्मचारियों को विद्युत पोल पर भी चढ़ना पड़ता है, इस दौरान कई बार हादसे भी कर्मचारियों के साथ हो जाते हैं, इस दौरान उनका बीमा पॉलिसी सहित अन्य पॉलिसी का लाभ उन्हें दिया जाए, लेकिन विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों ने अभी तक किसी भी कर्मचारी का बीमा नहीं करवाया है.
ब्लैक आउट की चेतावनी
कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी 14 मांगों पर अमल नहीं किया गया तो आने वाले समय में इंदौर सहित अन्य जगहों पर ब्लैकआउट भी किया जाएगा, कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि हड़ताल के दौरान यदि किसी क्षेत्र में बारिश के कारण फाल्ट होता है तो उसे सुधारा नहीं जाएगा और बिजली से संबंधित कोई काम भी नहीं किया जाएगा. विभाग के कई आउटसोर्स कर्मचारी हड़ताल पर थे, उन्होंने हंगामा भी किया. पश्चिम विद्युत निगम के अधिकारी-कर्मचारी अपनी विभिन्न मांगों को लेकर ज्ञापन भी सौंपा है, अब देखना होगा कि विभाग के अधिकारी किस तरह रूठे कर्मचारियों को वापस काम पर लौटाते हैं.