इंदौर । मध्यप्रदेश में अब तक के सबसे बड़े राशन घोटाले में दवे बंधुओं के काले कारनामों की रोज नई लिस्ट सामने आ रही है. आरोपियों की जिन 12 दुकानों से सांठगांठ थी, उनमें अप्रैल से लेकर दिसंबर तक गरीबों का 90 फीसदी अनाज भी हजम कर लिया था. ये अनाज राज्य शासन और प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत बांटा जाना था. अन्नपूर्णा योजना के तहत एक साथ लॉक डाउन में 12 दुकानों के करीब 51000 पात्र लोगों में ये अनाज बांटा जाना था. लेकिन इन्हें 50 50 किलो अनाज के स्थान पर सिर्फ 5-5 किलो राशन ही दिया गया . जांच के बाद आरोपी दवे बंधुओं की मिलीभगत वाली 12 दुकानों को सील कर दिया गया है.
31 लोगों पर हो चुकी FIR
कलेक्टर मनीष सिंह के मुताबिक मामले में कुल 31 लोगों पर FIR हो रही है. जिनमें 28 आरोपी दवे परिवार के करीबी हैं . 12 आरोपी समितियों के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष हैं . इनमें इसी परिवार की दो से तीन महिलाएं भी शामिल हैं . आरोपी भरत दवे और श्याम दवे पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की गई है.
दवे बंधुओं के काले कारनामे राशन की दुकानों पर मसाले, चायपत्ती बेचते थे दवे बंधू दरअसल इस घोटाले के मास्टरमाइंड सिर्फ राशन की कालाबाजारी और अन्य राज्यों में बेचने में ही माहिर नहीं थे बल्कि शहर के पालदा क्षेत्र में दवे बंधुओं ने हल्दी चाट मसाला दाल चाय पत्ती आदि की पैकिंग चाभी फैक्ट्री डाल रखी थी इस फैक्ट्री में मसालों की पैकिंग के बाद इन्हें बेचने के लिए राशन दुकानों पर भेजा जाता था बीते दिनों जब जिला प्रशासन ने छापे की कार्रवाई की थी तब इस फैक्ट्री से बड़ी मात्रा में मसाले मिले थे जिनकी बिक्री इन एक दर्जन दुकानों पर होना पाया गया