इंदौर।देश के सबसे साफ शहरों में शामिल इंदौर शहर में सफाई को लेकर निगम कर्मचारियों की भूमिका अहम है, जिसके कारण इंदौर लगातार नंबर वन बनता रहा. अब कोरोना से लड़ाई में भी इन्हीं निगम कर्मचारियों की भूमिका अहम है. शहर में किसी भी प्रकार का काम हो, ये कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा रहे हैं. जिसकी वजह से शहर में कोरोना से लड़ाई लड़ने के लिए सरकार के पास भी एक बड़ा अमला तैयार हो गया है.
18 हजार नगर निगम कर्मचारी उतरे मैदान में संक्रमित इलाकों सहित शहर को कर रहे सैनिटाइज
नगर निगम कर्मचारियों की महत्वपूर्ण भूमिका शहर को सैनिटाइज करने में है. जिस जगह भी कोरोना से संक्रमित पॉजिटिव मरीज पाया जाता है, उस इलाके को पूरी तरह से नगर निगम कर्मचारी सैनिटाइज करने में जुट जाते हैं. सैनिटराइज को आसान बनाने के लिए नगर निगम के वर्कशॉप में लगातार इंजीनियर नई-नई मशीनें इजाद कर रहे हैं, अब नगर निगम पूरे शहर को सैनिटाइज करने पर ध्यान दे रहा है.
निगमकर्मियों के भरोसे राशन वितरण प्रणाली
नगर निगम की राशन वितरण प्रणाली पूरी तरह से उसके कर्मचारियों के भरोसे ही है. पूरे शहर में डोर टू डोर राशन भेजे जाने और खाने के पैकेट भेजने की व्यवस्था भी नगर निगम कर्मचारी ही संभाल रहे हैं. शहर में किसी भी व्यक्ति को राशन की जरूरत होने पर नगर निगम के कॉल सेंटर पर फोन लगाकर मदद भी मांगी जा सकती है. इसके लिए 60 से अधिक कर्मचारी कॉल सेंटर को संभाल रहे हैं.
डोर टू डोर सर्वे में भी नगर निगम कर्मचारियों की मौजूदगी
नगर निगम के द्वारा शुरू किया जा रहा डोर टू डोर सर्वे भी महत्वपूर्ण है. इस सर्वे में एक हजार से अधिक नगर निगम के कर्मचारी मौजूद है, जो जिला प्रशासन के कर्मचारियों के साथ घर-घर जाकर कोरोना लक्षण के बारे में जानकारी लेंगे. ये सर्वे इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि पूरे शहर की स्क्रीनिंग से इस कोरोना वायरस को फैलने से रोका जा सकता है.
नगर निगम कर्मचारियों के द्वारा शहर में फिलहाल स्वच्छता पर भी पूरा ध्यान दिया जा रहा है, जिससे शहर में डेंगू और मलेरिया के साथ ही अन्य बीमारियों को फैलने से रोका जा सके. इसके अलावा सामान्य शिकायतों पर भी नगर निगम 24 घंटे में कार्रवाई कर रहा है. 311 ऐप के माध्यम से लोग घर बैठे नगर निगम में किसी प्रकार की शिकायत को दर्ज करवा सकते हैं.