नर्मदापुरम। कहते हैं प्रतिभा छुपाया नहीं छुपती कभी ना कभी सामने आ ही जाती है, ऐसे ही हम बात कर रहे हैं नर्मदापुरम के रहने वाले पार्थ जो की दोनों हाथों से लिखने का काम कर रहे हैं. दसवीं कक्षा में पढ़ाई करने वाले पार्थ के परिवार को जब जानकारी लगी तब वह पांचवी कक्षा का विद्यार्थी था. जब अचानक दोनों हाथों से लिखते देखा तो पिता ने इंटरनेट से जानकारी जुटाई. जिसमें जानकारी लगी की महान वैज्ञानिक और भारत के राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद भी दोनों हाथों से लिखते थे. तब उन्हें पार्थ की प्रतिभा का आभास हुआ और अब पार्थ के माता-पिता पार्थ को लेकर उत्साहित हैं. पूर्ण रूप से दोनों हाथों से लिखने का काम पार्थ कर रहा है, पार्थ दसवीं कक्षा का विद्यार्थी है, और इस प्रतिभा के चलते वह तेज गति से दोनों हाथों से एक बार में लिख लेता है.
अल्बर्ट आइंस्टीन और राजेंद्र प्रसाद ने किया प्रेरित: इस अद्भुत प्रतिभा वाले दोनों हाथों से लिखने वाले पार्थ बडोने बताते हैं, कि ''वह शांति निकेतन स्कूल में पढ़ाई करते हैं. वह अपने दोनों हाथों से लिख सकता है.'' उन्होंने बताया कि ''यह मुझे गॉड गिफ्ट मिला हुआ है, इसको लेकर मुझे बाद में जानकारी लगी की प्रसिद्ध साइंटिस्ट अल्बर्ट आइंस्टीन एवं भारत के पहले राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद भी हाथों से लिखते थे, उनसे प्रभावित होकर मैं भी दोनों हाथों से लिखने की कोशिश करने लगा. इसी कारण से मैं दोनों हाथों से दो पेजों में लिख लेता हूं. मुझे दोनों हाथों से लिखने में किसी प्रकार की प्रॉब्लम नहीं होती है.''