होशंगाबाद। देश में वीर शहीदों को लोग अपने अपने तरीके से याद करते है और श्रद्बांजलि भी देते है, लेकिन कुछ ऐसे बिरले युवक भी है इस देश में जो बिल्कुल हटकर काम किया करते है, ऐसे तीन युवक हैं राकेश धुर्वे, भरत मलिक और रामेश्वर, ये तीनों 6 हजार किलोमीटर की साइकिल यात्रा शुरू करके शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए निकले हैं.
इन युवाओं ने दी शहीदों को अनोखी श्रद्धांजलि, छह हजार किमी साइकिल यात्रा पर निकले छह हजार किमी की साइकिल यात्रा का समापन सियाचिन बॉर्डर पर किया जाएगा, आपको बता दें कि यह यात्रा 15 अगस्त को नागपुर से शुरू की गई है। जिसमें शामिल युवकों ने आज होशंगाबाद जिले मे प्रवेश किया है, जिनका जगह जगह भव्य स्वागत सत्कार भी जिलेवासियों के द्वारा किया जा रहा है। साइकिल यात्रा में शामिल होशंगाबाद जिले के ही हिल स्टेशन पचमढ़ी के समीप स्थित बारिआम निवासी, पर्वतारोही राकेश धुर्वे ने बताया कि वे सेना के सम्मान में साइकिलिंग कर रहे हैं देश का हर आदमी स्वार्थी हो जाता है लेकिन सेना के जवान कभी भी स्वार्थी नहीं हो सकते कहा जाता है कि भगवान हमेशा हमारी मदद करता है लेकिन हमने कभी कहीं भी भगवान को नहीं देखा लेकिन सैनिक एक भगवान की तरह हमेशा मदद करता रहता हैतीनों साइकिल से नागपुर से पचमढ़ी, पचमढ़ी से पिपरिया, पिपरिया से दिल्ली, मनाली रोहतांग, लेह, लद्दाख, जम्मू कश्मीर, सियाचिन बॉर्डर तक साइकिल से यात्रा पूर्ण करेंगे। तीनों युवक रोजाना लगभग 200 किलोमीटर की यात्रा साइकिल चलाकर पूरी की जाएगी।