होशंगाबाद। मध्यप्रदेश सरकार ने सिंथेटिक दूध व दूध से अन्य उत्पाद तैयार करने वालों और इस काले कारोबार से जुड़े लोगों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई करने का फैसला लिया है. होशंगाबाद जिले की सिवनी मालवा तहसील में जिला खाद्य अधिकारी की टीम दूध डेयरियों पर निरीक्षण करने पहुंची और दूध डेयरी की जांच की. साथ ही जांच के लिए सभी दुकानों से दूध, दही के सैंपल भी लिए.
होशंगाबाद: सरकार के आदेश के बाद सख्त हुआ खाद्य विभाग, जांच के लिए दूध और दूध से बने उत्पाद के लिए सैंपल - एमपी न्यूज
होशंगाबाद में खाद्य विभाग मध्यप्रदेश सरकार के आदेश के बाद सख्त रवैया अपनाते हुए दूध डेयरियों पर निरीक्षण करने पहुंची. खाद्य विभाग ने जांच के लिए सभी दूध डेयरी से दूध और दूध से बने उत्पाद के सैंपल लिए हैं.
जिला खाद्य अधिकारी धर्मेन्द्र पावक ने बताया की राज्य शासन के आदेशानुसार जिले के सभी दूध डेयरी की जांच कर सैंपल लिए जा रहे है. सभी सैंपल जांच के लिए स्टेट फूड टेस्टिंग लेबोरेटरी भेजे जाएंगे, रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी. बता दें इस कार्रावाई के दौरान दूध डेयरी संचालकों में हड़कंप मच गया और कई दूध डेयरी संचालक डेयरी बंद कर के गायब हो गए.
बता दें की बीते दिनों ग्वालियर-चंबल संभाग में सिंथेटिक दूध से बने उत्पाद बेचे जाने का मामला सामने आया था. आधिकारिक तौर पर सोमवार को दी गई जानकारी के अनुसार, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री तुलसीराम सिलावट ने खाद्य एवं औषधि प्रशासन के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं, कि यूरिया जैसे घातक पदार्थ मिलाकर सिंथेटिक दूध और उससे मावा, पनीर व अन्य उत्पाद बनाने और बेचने वालों के खिलाफ रासुका के तहत सख्त कार्रवाई की जाए.