होशंगाबाद । कोरोना संकट के दौर में ऑक्सीजन के लिए लोगों को लाइन में लगते हुए देखा है. इस बात का कोरोना संक्रमण के दौरान लोगों को पता चला कि ऑक्सीजन कितनी जरुरी है. इस संकट के समय होशंगाबाद जिले में इस प्राण वायु के लिए प्रदेश की ओद्योगिक नीति के तहत 150 करोड़ की लागत से बनने बाले ऑक्सीजन प्लांट का काम तेज गति से किया जा रहा है जिससे आने वाले समय में कोरोना से और मजबूती से लड़ा जा सके. वहीं जिले के 7 सेंटरों पर सेंट्रल लाइन से 130 बैडों को ऑक्सीजन देने की व्यवस्था की गई है.जिससे मरीजों को बहुत राहत मिलेगी.
होशंगाबाद जिले की बात की जाए तो नवंबर- दिसंबर माह में होशंगाबाद जिले के मोहासा - बाबई में मध्यप्रदेश शासन की औद्योगिक फ्रेंडली नीति के अंतर्गत मेडिकल और इण्डस्ट्रियल गैस प्लांट की स्थापना को मंजूरी दी गई थी लेकिन काम शुरू नहीं हो पाया था लेकिन अब कोरोना की रफ्तार धीमी होने पर प्लांट का काम शुरू हो गया है. मेसर्स इनॉक्स एयर प्रोडक्टस प्रा.लि. द्वारा लगभग 150 करोड़ की लागत से प्लांट स्थापित किया जा रहा है, इस ऑक्सीजन प्लांट से मेडिकल ऑक्सीजन 150 मीट्रिक टन प्रतिदिन, नाइट्रोजन गैस 54 मीट्रिक टन प्रतिदिन और ऑर्गन गैस 6 मीट्रिक टन प्रतिदिन का उत्पादन किया जा सकेगा.बता दें कि मेडिकल और इण्डस्ट्रियल गैस प्लांट की स्थापना के लिए मोहासा- बाबई में 4.5 हेक्टेयर भूमि आबंटित की गई है. वर्तमान में निर्माण और दूसरे कार्य तेज गति से किए जा रहे हैं. प्लांट की स्थापना से जहां एक ओर गंभीर बीमारियों के उपचार के लिए उपयोगी ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हो पाएगी. वहीं दूसरी ओर व्यक्तियों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार भी प्राप्त हो सकेगा.
130 बेडों को सेंट्रल लाइन ऑक्सीजन की व्यवस्था