नर्मदापुरम। मंगलवार (25 अक्टूबर) को सूर्यग्रहण की घटना होने जा रही है. भारत में यह आंशिक सूर्यग्रहण के रूप में शाम को दिखने जा रहा है. पांच दिवसीय दीपावली पर्व के बीच पड़ने जा रहे इस ग्रहण की खगोलीय जानकारी नेशनल अवार्ड प्राप्त प्रसारक सारिका घारू ने दी है. सारिका ने बताया कि सूर्य और पृथ्वी के बीच एक रेखा में चन्द्रमा के आ जाने से पृथ्वी के कुछ भूभाग से सूर्य पूरे गोले के रूप में नहीं दिखेगा, बल्कि इसका कुछ भाग कटा हुआ सा महसूस होगा.
क्यों महत्वपूर्ण है ये सूर्य ग्रहण : सारिका घारू ने बताया कि ये सूर्य ग्रहण भारत के अलग-अलग राज्यों से लगभग 4 बजे के बाद आरंभ होता हुआ सूर्य के अस्त होने तक दिखता रहेगा. यह ग्रहण इसलिये महत्वपूर्ण हो जाता है कि इसके बाद भारत में सूर्य ग्रहण देखने के लिये 2 अगस्त 2027 का इंतजार करना होगा. उस समय भी मानसून के कारण दिखने की संभावना कम ही रहेगी. इसलिये अवकाश के समय दिखने जा रही. इस खगोलीय घटना को पालक अपने बच्चों को दिखाकर इसके वैज्ञानिक तथ्यों से अवगत करा सकते हैं. सूर्यग्रहण को सुरक्षित सोलर व्यूअर की मदद से ही देखा जाना चाहिये. सारिका के अनुसार खगोल विज्ञान के प्रकाश से युवा पीढ़ी को प्रकाशित करने का खास अवसर इस दीपावली ने दिया है.