होशंगाबाद। शहर के एक्सीलेंस स्कूल के पास बन रहा बालक छात्रावास सियासत का अखाड़ा बन गया है. छात्रावास के निर्माण कार्य पर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सीताशरण शर्मा और होशंगाबाद कलेक्टर आमने सामने आ गए हैं. एक तरफ सीताशरण शर्मा छात्रावास निर्माण रोकने के लिए हाईकोर्ट के आदेश की दुहाई दे रहे हैं, वहीं कलेक्टर निर्माण को लगातार जारी रखने के निर्देश दे रहे हैं.
अफसर नहीं सुन रहे जनप्रतिनिधियों की बातः सीताशरण शर्मा पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सीताशरण शर्मा का कहना है कि छात्रावास का निर्माण नर्मदा नदी से 300 मीटर की दूरी पर किया जा रहा है. जिस पर रोक लगाने के लिए हाईकोर्ट में भी याचिका दायर है. इसलिए छात्रावास के निर्माण कार्य को रोक दिए जाए. जबकि कलेक्टर छात्रावास के निर्माण कार्य को पूरा करने का निर्देश दे रहे हैं. इसी के चलते सीतासरण शर्मा और कलेक्टर आमने-सामने हैं.
प्रदेश में नहीं हो रही जनप्रतिनिधियों की सुनवाई
बीजेपी विधायक सीताशरण शर्मा ने कहा कि प्रदेश में अफसर जनप्रतिनिधियों की नहीं सुन रहे हैं. प्रदेश में प्रशासनिक अराजकता का माहौल है. उन्होंने कहा कि छतरपुर में पांच विधायकों ने मुख्यमंत्री से कलेक्टर की शिकायत की है. ग्वालियर में मंत्री इमरती देवी की बात एसडीएम नहीं सुन रहे हैं. कांग्रेस के सीनियर नेताओं की बात भी नहीं सुनी जा रही है. तो फिर काम कैसे चलेगा.
सीताशरण शर्मा ने रेत के अवैध खनन पर भी सरकार से ध्यान देने की मांग की है, उन्होंने कहा कमलनाथ सरकार ने जिस तरह से मुरैना, चंबल क्षेत्र में हो रहे खनन पर सख्त कार्रवाई करने की निर्देश दिए हैं उसी तरह होशंगाबाद में भी सख्ती बरतनी चाहिए. उन्होंने कलेक्टर और एसपी पर रेत के कारोबार मे मिले होने को आरोप भी लगाया है.