होशंगाबाद।गायों की रक्षा और सुरक्षा के लिए अब मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने गोधन संरक्षण और संवर्धन के लिए 'गौ कैबिनेट' का गठन किया है. ईटीवी भारत की टीम होशंगाबाद की गौशाला में पहुंची, जहां गायों के लिए की गई व्यवस्थाओं का जायजा लिया.
देश में गाय के नाम पर राजनीति का पुराना इतिहास रहा है, कुछ लोगों ने गाय के हालातों को सुधारने की बात की, तो कुछ ने इसे राजनीति कहकर इससे पल्ला झाड़ा. लेकिन सरकार बदली तो बड़े-बड़े दावे किए गए, लेकिन किसी भी सरकार में गाय की स्थिति में सुधार नहीं हो पाया. अब मध्य प्रदेश सरकार फिर से गायों के लिए कैबिनेट बनाकर उनकी स्थिति सुधारने का प्रयास करने जा रही है. गौशाला में गायों की स्थिति दयनीय बनी हुई है.
दो साल में केवल 7 गौशाला का हुआ निर्माण
होशंगाबाद जिले में मई 2019 में 15 गौशाला बनाने का कमलनाथ सरकार के समय प्रस्ताव जारी किया गया था. जिसमें से केवल 8 गौशाला ही दो साल में बनकर शुरू हो पाई है. जिनमें से भी केवल 7 गौशाला में ही गायों को रखा जा चुका है. ऐसे में जिला प्रशासन केवल 700 गांव में ही रखरखाव कर पाया है. इन सभी गौशालाओं में गायों की देखभाल स्व-सहायता समूह की महिलाएं कर रही हैं.
गायों के चारे के लिए नहीं है राशि
दो साल पहले जिले भर में गौशाला निर्माण के लिए 12 लाख रुपए प्रशासन द्वारा जारी किए गए थे. लेकिन आज के हालात यह है कि गायों के चारे के लिए पंचायतों के पास राशि ही नहीं है.