नर्मदापुरम।10 सालों से इको फ्रेंडली गणेश जी तैयार कर रहे रेलवे स्टेशन के अप स्टेशन प्रबंधक विनोद चौधरी, इस बार भी 151 इको फ्रेंडली गणेश जी बना रहे हैं. 15 दिन में गणेश प्रतिमा बनाने के लिए अप स्टेशन प्रबंधक का साथ उनका परिवार और उनके परिजन दे रहे हैं. विनोद बतौर रेल कर्मचारी, अपनी ड्यूटी कर इस कार्य में जुट जाते हैं. नेचुरल कलर, मिट्टी, रूई से तैयार इन प्रतिमा में इस वर्ष जी20 के साथ देश का तिरंगा हाथ में लेकर गणेश जी दिखाई देंगे. विनोद चौधरी इस बार इंद्रा नगर स्थित निवास पर रूई और मिट्टी से प्रतिमा तैयार कर रहे हैं, खास बात ये है कि विनोद ऐसी 151 प्रतिमाएं बनाकर नि:शुल्क बांटेंगे.
हर साल बनाते हैं इको फ्रेंडली गणेश:गणेशोत्सव को अब 6 दिन बचे हैं, शहर में गणेशोत्सव समितियां, जहां एक ओर तैयारियों में जुटी है, तो वहीं मूर्तिकार प्रतिमाओं को अंतिम रूप देने में लगे हैं. इसी बीच रेलवे के उप स्टेशन प्रबंधक विनोद चौधरी का परिवार भी हर साल की तरह इको- फ्रेंडली गणेश की प्रतिमा बनाने में जुटा है, पिछले एक दशक से रेलवे के रेल अधिकारी हर साल इको फ्रेंडली गणेश की प्रतिमा बनाते हैं.
इस बार के गणेश में क्या है विशेष:विनोद चौधरी ने बताया कि "तैयार प्रतिमाओं को गरीबों, रेलवे के विभागों और परिचितों में नि:शुल्क बांटने से मुझे सराहना मिलने के साथ संतुष्टि प्राप्त होती है. इस बार मैं सिर्फ मिट्टी और रूई से प्रतिमा बना रहा हूं, जिसकी ऊंचाई लगभग 7 से 8 इंच है. इसके लिए मां नर्मदा की नदी से जल भी मंगाया है, प्रतिमा को रंगने के लिए सब्जियां जैसे चुकदंर, हरी धनिया पीसकर तो, कुछ प्रतिमाओं को रंगोली के पाउडर का रंग बनाकर सजा रहा हूं. गणेश जी के बैठने के लिए पिछले सालों तक अलग से लकड़ी के पटे बनाते थे, पर इस बार मिट्टी के पटे का मजबूत बेस बनाया है. मैं लोगों को मिट्टी के पटे के साथ गणेशी जी की प्रतिमा नि:शुल्क दूंगा, जिससे अंतिम दिन भक्तगण पटा समेत संपूर्ण प्रतिमा का विसर्जन घर पर ही कोई गहरे बर्तन में कर सकें."