होशंगाबाद। जिले के इटारसी में सावन महीने के पहले दिन से ही कोरोना वायरस से बचाव के लिए श्री दुर्गा नवग्रह मंदिर लकड़गंज में रुद्राभिषेक चल रहा है. यहां पर हर साल भगवान शिव का पूजन और रुद्राभिषेक किया जाता है. सोमवार से इस मंदिर में बारह ज्योतिर्लिंग के पार्थिव रूप का निर्माण कर रुद्राभिषेक शुरू होगा. पहले दिन गुजरात के सोमनाथ ज्योतिर्लिंग के पार्थिव स्वरूप का पूजन होगा.
श्री दुर्गा नवग्रह मंदिर में रोज होता है भगवान शिव का रुद्राभिषेक, श्रद्धालु ओम नम: शिवाय का करते हैं जाप
सावन का महीना लगते ही शिवालयों में ओम नम: शिवाय के जयकारे गूंजने लगते हैं. इटारसी के श्री नवग्रह मंदिर में कोरोना से बचाव के लिए भगवान शिव का रुद्राभिषेक चल रहा है. यहां हर साल भगवान का पूजन किया जाता है, जिसमें कई श्रद्धालु पहुंचकर धर्म लाभ लेते हैं.
रविवार को काल्पनिक पार्थिव शिवलिंग के समापन अवसर पर मुख्य आचार्य पंडित विनोद दुबे सहित अन्य पंडितों ने पूजन कराया. इस अवसर पर आचार्य विनोद दुबे ने कहा कि शिव की भक्ति में ही संसार के सभी रोगों से निपटने की शक्ति छुपी हुई है. शिव से शक्ति का साधन केवल उनकी भक्ति ही है. आचार्य दुबे ने कहा कि भगवान शिव से एक बात सीखना चाहिए कि लोगों को संपत्ति का संग्रह नहीं करना चाहिए. जो कुछ भी अपने पास है, उसका एक निश्चित अंश गरीबों को दान करना चाहिए.
सात नदियों के जल से रुद्राभिषेक किया जाएगा. शिवलिंग निर्माण में अरब सागर का जल और श्मशान घाट की माटी से पार्थिव स्वरूप का निर्माण होगा. पंडित दुबे ने कहा कि वे अपने स्वास्थ्य के लिए समाज के स्वास्थ्य के लिए शासन के दिए निर्देशों का पालन करेंगे. उन्होंने कहा कि भगवान शिव कोरोना जैसी महामारी को कुछ ही समय में ठीक कर देंगे.