मध्य प्रदेश

madhya pradesh

ETV Bharat / state

MP में होगा शरद यादव का अंतिम संस्कार, कल पैतृक गांव लाया जाएगा पार्थिव शरीर

Sharad Yadav Death Live Updates: 12 जनवरी को JDU के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव का निधन को गुरुग्राम में हो गया है, फिलहाल अब उनका अंतिम संस्कार 14 जनवरी को पैतृक गांव (नर्मदापुरम के आंखमऊ) में किया जाएगा.

Etv Bharat
Etv Bharat

By

Published : Jan 13, 2023, 1:02 PM IST

Updated : Jan 13, 2023, 11:02 PM IST

नर्मदापुरम/भोपाल।वरिष्ठ समाजवादी नेता और जनता दल (युनाइटेड) के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव का अंतिम संस्कार शनिवार यानी 14 जनवरी को मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम जिले में उनके पैतृक गांव में होगा. बता दें कि पूर्व केंद्रीय मंत्री यादव का गुरुवार को गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया था, उन्होंने 75 वर्ष की आयु में अंतिम सांस ली.

कल नर्मदापुरम में होगा अंतिम संस्कार:जेडीयू मध्य प्रदेश इकाई के पूर्व प्रमुख और यादव के करीबी सहयोगी गोविंद यादव ने कहा कि, "अनुभवी नेता का अंतिम संस्कार शनिवार को नर्मदापुरम (होशंगाबाद) जिले की बाबई तहसील में उनके पैतृक गांव आंखमऊ में किया जाएगा. यादव के पार्थिव शरीर को विमान से दिल्ली से मध्य प्रदेश लाया जाएगा." बता दें कि आज यानी 13 जनवरी को यादव के पार्थिव शरीर को सुबह 10 बजे से अंतिम दर्शन के लिए उनके दिल्ली स्थित आवास 5 A वेस्टेंड, छतरपुर फार्म, नई दिल्ली में रखा गया है. (Sharad Yadav Death News)

शरद यादव के अंतिम संस्कार की जानकारी

एमपी के लाल ने किया था बिहार में कमाल, तस्वीरों में देखें शरद यादव का सफरनामा

राजनैतिक गलियारों में शोक की लहर:शरद यादव के निधन की जानकारी उनकी बेटी ने देते हुए ट्वीट किया था कि, "पापा नहीं रहे."इसके बाद से ही राजनैतिक गलियारों में शोक की लहर दौड़ गई. कांग्रेस के साथ भाजपा व अन्य पार्टी नेताओं ने यादव के निधन पर शोक व श्रृद्धाजंलि व्यक्त की.

शरद यादव का MP कनेक्शन: शरद यादव का जन्‍म 1 जुलाई 1947 को एमपी के होशंगाबाद (अब नर्मदापुरम) के बाबई गांव में किसान परिवार में हुआ. शुरू से ही शरद पढ़ाई में तेज थे, प्रारंभिक शिक्षा के बाद उन्‍होंने जबलपुर के इंजीनियरिंग कॉलेज से ही स्‍नातक की डिग्री ली. इस दौरान वे राजनीति से भी प्रभावित हुए, इसलिए उन्होंने छात्र संघ का चुनाव लड़ा और बतौर छात्र संघ के अध्यक्ष के रूप में चुने गए. इसके बाद 1975 में वे पहली बार चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे, फिर 1980 में लोकसभा का चुनाव हारने के बाद वे MP से रुखसत हो गए. बाद में फिर उन्होंने बिहार की राजनीति में हाथ अजमाया, जहां वे कामयाब भी हुए.

Last Updated : Jan 13, 2023, 11:02 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details