होशंगाबाद। जिले में लगभग डेढ़ लाख हेक्टेयर क्षेत्र में मूंग की फसल लगी है, जिस की कटाई कंबाइन हार्वेस्टर द्वारा की जानी है. जिले में बड़ी संख्या में हार्वेस्टर मौजूद है, लेकिन इन्हें चलाने वाले ओपरेटर पंजाब राज्य के निवासी हैं, जो लॉकडाउन के चलते होशंगाबाद नहीं पहुंच पा रहे हैं, जिसको लेकर अब प्रशासन द्वारा विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं.
प्रशासन ने मूंग कटाई के लिए उठाए कदम, ई-पास से पंजाब से बुलाए जाएंगे हार्वेस्टर ऑपरेटर
होशंगाबाद में मूंग की पैदावार ज्यादा हुई है, लेकिन लॉकडाउन के चलते फसल कटाई के लिए हार्वेस्टर ऑपरेटर नहीं मिल पा रहा है. ज्यादातर फसल कटाई के लिए पंजाब के लोग आते है, जिनके लिए प्रशासन द्वारा व्यवस्था की जा रही है.
किसानों और हार्वेस्टर संचालकों की फीडबैक के आधार पर जिले में काफी संख्या में हार्वेस्टर उपलब्ध है, लेकिन उनके ऑपरेटर और स्टाफ गेहूं की फसल काटकर पंजाब चले गए हैं, जिसके चलते हार्वेस्टर कार्य प्रभावित हो रहा है. ऐसे में हार्वेस्टर ऑपरेटर पंजाब से खुद आना चाहते है, जिसके लिए प्रशासन द्वारा ई-पास तत्काल उपलब्ध कराया जाएगा, ताकि हार्वेस्टर संचालन का कार्य हो सकें. इसी तरह ऐसे भी हार्वेस्टर संचालक है, जो अपने वाहन से पंजाब जाकर अन्य स्टाफ को लाना चाहते हैं. उन्हें भी ई- पास उपलब्ध कराया जायेगा, ताकि हार्वेस्टर संचालक का कार्य प्रारंभ हो सके.
जिला पंचायत सीईओ आदित्य सिंह ने सभी एसडीएम, तहसीलदारों और एग्रीकल्चर ऑफिसर को निर्देश जारी कर दिए हैं. सभी हार्वेस्टर मालिक ऑनलाइन पोर्टल पर जाकर आवश्यक सेवाओं में एग्रीकल्चर वर्क उपार्जन में अप्लाई करने के निर्देश दिए गए हैं. इन दस्तावेजों में ई-पास अप्लाई करने वालों का आईडी प्रूफ मांगा जायेगा कि वह किस वाहन से आना चाहते हैं, उसका रजिस्ट्रेशन कार्ड और रिमार्क में मूंग फसल कटाई और हार्वेस्टर के साथ या हार्वेस्टर चलाने का उल्लेख अनिवार्य रुप से करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि ई-पास तुरंत जारी किया जा सकें.