मध्य प्रदेश

madhya pradesh

ETV Bharat / state

समाधि में 'राम', दरगाह में 'गौरी'! पूजा-जियारत से पूरी करते सबकी इच्छा

हिंदूस्तान में हिंदू-मुस्मिल एकता की मिसाल आप को कहीं भी दिखाई दे जाएंगी. ऐसी ही एक कौमी एकता की मिसाल संत शिरोमणि रामजी समाधि और गौरी शाह बाबा की इबादतगाह है. जिसके उपलक्ष्य में यहां मेले का आयोजन किया जाता है.

Example of communal unity
कौमी एकता की मिसाल

By

Published : Feb 26, 2021, 4:18 PM IST

Updated : Feb 26, 2021, 6:26 PM IST

होशंगाबाद। संत शिरोमणि रामजी समाधि से गौरी शाह बाबा की दरगाह पर चादर चढ़ाई गई. चादर पोशी के बाद संत शिरोमणि रामजी बाबा मेला के शुभारंभ हुआ. वही हिंदू मुस्लिम एकता का प्रतीक एवं संत रामजी बाबा और गौरी शाह बाबा की दोस्ती आज भी प्रासंगिक है. जिसकी मिसाल यह मेला है. यहां के लोगों में एक मान्यता है कि बाबा का समाधि स्थान और गौरी शाह बाबा की मजार हूबहू मंदिर जैसी दिखाई देती है.

रामजी बाबा और गौरी शाह की दोस्ती

पहल या फरमान: DJ बजा तो निकाह नहीं पढ़वाएंगे काजी

यह भी एक मान्यता है कि 19वीं शताब्दी में होशंगाबाद में अंग्रेजों के शासन काल में रेलवे लाइन का जब सर्वे हुआ, तो रामजी बाबा की समाधि स्थल के पास से रेलवे लाइन का निर्णय किया गया, लेकिन जब मजदूरों ने समाधि स्थल पर रेलवे का काम शुरू किया तो मजदूरों को परेशानी होने लगी. इसके बाद अंग्रेजों ने रेल लाइन के निर्माण की दिशा बदल दी.

Last Updated : Feb 26, 2021, 6:26 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details