होशंगाबाद।कोरोना काल के चलते स्कूलों को बंद कर दिया गया है. स्कूल में बच्चों के जाने पर रोक है. ऐसे में फ्री बैठे दिव्यांग और निशक्त बच्चे गणेश प्रतिमा बनाकर अपना हुनर दिखा रहे हैं. ये बच्चे घर पर ही तरह-तरह की गणेश मूर्तियां बना रहे हैं. इसमें बच्चों के साथ पेरेंट्स भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं. प्रतिमा बनाने के लिए सामग्री संस्था द्वारा उपलब्ध कराई गई है. ये मूर्तियां पूरी तरह प्राकृतिक रंगों से बनीं हैं. ये इको फ्रेंडली मूर्तियां नर्मदा नदी को प्रदूषित होने से बचाएंगी.
भविष्य निशक्त विशेष विद्यालय होशंगाबाद द्वारा पिछले 10 सालों से स्कूल में ही गणेश प्रतिमाओं का निर्माण कराया जा रहा था. लेकिन इस बार लॉकडाउन के चलते आर्थिक रूप से नुकसान के बाद भी गणेश प्रतिमाएं बनाई जा रही हैं. जो कि बिना किसी कीमत तय किए लोगों को स्वेच्छा राशि पर वितरित की जाती हैं.
प्राकृतिक रंगों से इको फ्रेंडली गणेश का निर्माण
बच्चे प्रकृति के प्रति समर्पण और स्वच्छता का संदेश देने के लिए इको फ्रेंडली गणेश प्रतिमाओं का ही निर्माण कर रहे हैं. जिसमें पूर्णता प्राकृतिक रंगों, मिट्टी, वनस्पति का भी उपयोग किया गया है. गणेश प्रतिमाओं में बीजों को भी डाला गया है, जोकि पर्यावरण के लिए फायदेमंद है. वहीं प्राकृतिक रंगों का भी उपयोग किया जा रहा है, जिसका जलीय जीवों पर भी खराब असर नहीं होगा.