होशंगाबाद। जिले में 1 से 4 अगस्त तक लॉकडाउन का असर रक्षाबंधन पर भी पड़ा है. सोमवार को रक्षाबंधन है, लेकिन कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के चलते आवागमन पूरी तरह से बंद है, ऐसे में इस बार ज्यादातर बहन अपने भाईयों की कलाई पर राखी नहीं बांध पाएंगी. इस बात का भाई-बहन दोनों के मन में मलाल है कि वे इस बार रक्षाबंधन पर मिल नहीं पाएंगे. खासकर कोरोना से जारी जंग में फ्रंट लाइन वारियर पुलिस के जवान एवं राजस्व विभाग के अधिकारी छुट्टी नहीं मिलने की वजह से भी बहन के पास नहीं जा पा रहे. हालांकि हर साल ड्यूटी के चलते अधिकारियों व कर्मचारियों के त्योहार अपने मुख्यालय पर ही मनाते हैं.
रक्षाबंधन पर घर नहीं जा पाने का कोरोना वॉरियर्स को मलाल, जनसेवा सबसे पहले
रक्षाबंधन के त्योहार पर कोरोना का असर देखने को मिल रहा है. इस बार कई बहनें, भाई को राखी नहीं बांध पाएंगी. ड्यूटी पर तैनात कई कर्मचारी-अधिकारियों ने लोगों से घर पर ही रहकर त्योहार मनाने की अपील की है.
SDM डीएन सिंह का कहना है कि ड्यूटी के चलते राखी पर बहनें राखी भेज देती हैं, जिसे किसी से बंधवा लेते हैं. वहीं SDOP सौम्या अग्रवाल का कहना है कि जब से पुलिस में आई हैं, तब से वे राखी का त्योहार ठीक से नहीं मना पाई हैं. तहसीलदार दिनेश सांवले का कहना है राजस्व की नौकरी में आने के बाद से कम ही अवसर आए हैं, जब उन्होंने अपनी बहन से राखी बंधवाई हो. इस दौरान बचपन की यादें ताजा हो जाती हैं, लोगों को खुशहाली से राखी मनाते देख ही खुश हो जाते हैं.
थाना प्रभारी संजय चौकसे का कहना है कि हमेशा थाने पर ही रक्षाबंधन मनाते हैं. रक्षाबंधन के त्योहार को लेकर नायब तहसीलदार नीलेश पटेल का कहना है कि उनका घर जिले से 700 किमी दूर है, जिसके चलते राखी का पर्व परिवार के साथ मनाने का मौका कम ही मिल पाता है. फिलहाल अधिकारियों ने घर पर रहकर ही रक्षाबंधन का त्योहार मनाने की अपील की है.