नर्मदापुरम। हमेशा अपनी कार्यशैली के लिए चर्चित रहने वाले नर्मदापुरम कलेक्टर नीरज कुमार सिंह फिर चर्चा में है. कलेक्टर क्षेत्र में बाल श्रम रोकने एवं बाल शिक्षा को बढ़ावा देने नवाचार करते रहते हैं. कलेक्टर नीरज कुमार सिंह एवं एसपी गुरुकरण सिंह ने सिलिकर मोहल्ले में पहुंचकर बच्चों की शिक्षा की स्थिति के बारे में जाना. इतना ही नहीं, डीएम और एसपी के इस सर्वे में क्षेत्र के कई ऐसे बच्चे भी सामने आए, जिन्होंने कभी स्कूल ही नहीं देखा, न स्कूल में पढ़ाई की. कलेक्टर ने ऐसे बच्चों को स्कूल ले जाकर एडमिशन भी कराया. वहीं बच्चों के परिजनों ने कलेक्टर नीरज कुमार सिंह का आभार भी व्यक्त किया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि आज तक कोई अधिकारी और विभाग के लोग हमारे मोहल्ले में नहीं पहुंचे है. आप पहले अधिकारी है जो उनके क्षेत्र में पहुंचे हैं.
ग्रामीणों से मिलते हैं कलेक्टर नीरज कुमार सिंह:कलेक्टर नीरज कुमार सिंह आम लोगों की समस्या का निराकरण करने के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं. पूर्व में भी नर्मदापुरम कलेक्टर नीरज कुमार सिंह बागड़ातवा गांव पहुंचे थे. तब महिला ने कलेक्टर से रोड पर फैले कीचड़ में उतरने की बात कही थी. इतना सुनते ही नीरज कुमार सिंह कीचड़ में कूद गए थे. कुछ दिन पहले कलेक्टर नीरज कुमार सिंह को जानकारी लगी कि स्लम बस्तियों के सिलीकर क्षेत्र और आदमगढ़ क्षेत्र के बच्चे 50 से अधिक बच्चे स्कूल नहीं जाते हैं. कलेक्टर एवं एसपी दोनों संबंधित विभागों के साथ मौके पर पहुंचे. इस दौरान लोगों ने कलेक्टर को समस्या सुनाई. हमारे बच्चे फीस न भरपाने के कारण स्कूल नहीं जा पाते हैं. कलेक्टर ने स्थानीय लोगों को समझाइश भी दी कि सरकारी स्कूलों में बच्चों का एडमिशन कराए. कुछ बच्चों को कलेक्टर एसपी ने स्कूल जाकर उनका एडमिशन भी कराया.
MP Narmadapuram: कलेक्टर-एसपी को देख लोग हुए भावुक, कहा-आप पहले अधिकरी जो यहां पहुंचे - narmadapuram news
नर्मदापुरम के सिलिकर मोहल्ले में कलेक्टर-एसपी को देख लोग भावुक हुए. उन्होंने कहा कि साहब आप पहले अधिकारी जो हमारे बीच पहुंचे है. जिला प्रशासन का नवाचार बाल श्रम को रोकने स्लम बस्तियों में डीएम-एसपी ने सर्वे कर बच्चों को स्कूल में एडमिशन करवाया.
कलेक्टर ने कराया था सर्वे:नर्मदापुरम कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि "उन्हें कुछ दिन पहले जानकारी लगी थी की स्लम बस्तियों के कई बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं. बाल श्रम के कारण और काम करने के चलते कुछ बच्चों की पढ़ाई भी छूट चुकी थी. इन्ही सब बातों को लेकर एक सर्वे भी कराया गया था, जिसमें करीब 50 बच्चे इस निकल कर आए कि परिस्थितियों के कारण बच्चों की पढ़ाई छूट गई है. इसी के चलते आज सर्वे कर बच्चों को स्कूल पहुंचाया गया है. इस प्रकार की मुहिम जिले भर में चलाई जाएगी, ताकि बच्चे आगे पढ़ सकें."