होशंगाबाद। नरवाई जलाने से पर्यावरण और लोगों के स्वास्थ्य को काफी नुकसान होता है. यही कारण है कि कृषि विभाग इस पर रोक लगाने के लिए मंथन कर रहा है. जिसके चलते किसानों के साथ बैठक कर उन्हें नरवाई जलाने से होने वाले नुकसान और इसका सही उपयोग करने के बारे में बताया जा रहा है. इसके साथ ही भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के द्वारा तैयार की गई कैप्सूल को किसानों के बीच में बांटा गया है.
नरवाई की आग रोकने के लिए मंथन, कृषि विभाग ने बांटे नरवाई नष्ट करने वाले कैप्सूल - आग रोकने के लिए मंथन
होशंगाबाद में नरवाई जलाने से होने वाली दुर्घटनाएं और पर्यावरण के नुकसान को देखते हुए कृषि विभाग इस पर रोक लगाने के लिए मंथन कर रहा है. जिसके चलते किसानों के साथ बैठक कर उन्हें नरवाई जलाने से होने वाले नुकसान और इसका सही उपयोग करने के बारे में बताया जा रहा है.
![नरवाई की आग रोकने के लिए मंथन, कृषि विभाग ने बांटे नरवाई नष्ट करने वाले कैप्सूल Churning to stop Narwai fire in Hoshangabad](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-6247780-thumbnail-3x2-img.jpg)
नरवाई की आग रोकने के लिए मंथन
नरवाई की आग रोकने के लिए मंथन
ये कैप्सूल एक कारगार एवं सस्ती तकनीक है. जिसे खेत में डालने से नरवाई आसानी से नष्ट की जा सकती है. इसी लिए कृषि विभाग इसका प्रचार-प्रसार भी कर रहा है. जिससे किसानों में इसके प्रति जागरूकता बढ़ सके. वहीं आग बुझाने के लिए उपलब्ध संसाधनों को पहले से तैयार कर लिया गया है. जिससे किसी प्रकार की घटना से बचा जा सके.
बता दें कि पिछले साल नरवाई की आग से झुलसकर 8 से अधिक किसानों की मौत हो गई थी. इसके साथ ही सैकड़ों लोग आग की चपेट मे आ गए थे.
Last Updated : Feb 29, 2020, 7:50 PM IST