होशंगाबाद। देशभर में करीब डेढ़ महीने से लॉकडाउन जारी है. कोरोना महामारी के चलते लगे लॉकडाउन का सबसे ज्यादा असर दिहाड़ी मजदूरों पर पड़ा है. दूसरे राज्यों में रोजी रोटी कमाने गए मजदूर लॉकडाउन के कारण वहीं फंस कर रह गए. लॉकडाउन लगने के कई दिन बाद राज्य सरकार ने इन मजदूरों को वापस लाने का निर्णय लिया. जिसके बाद देश के अलग अलग हिस्सों से मजदूरों और फंसे हुए को मध्यप्रदेश लाया गया. वहीं मध्यप्रदेश में ही फंसे लोगों को उनके घर पहुंचाया जा रहा है. इसी कड़ी में जिले के बाबई में फंसे हुए लोगों को बैतूल एवं छिंदवाड़ा के लिए विशेष बस से रवाना किया गया.
प्रशासन ने मजदूरों को घर पहुंचाने की व्यवस्था, 20 श्रमिकों को भेजा गृहजिले - hoshangabad lebor news
होशंगाबाद जिले के बाबई से 20 मजदूरों को उनके गृहजिल बैतूल और छिंदवाड़ा के लिए रवाना किया गया. इस दौरान श्रमिकों के लिए यात्रा हेतु भोजन, नाश्ता, पेयजल और अन्य सभी प्रकार की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है.
![प्रशासन ने मजदूरों को घर पहुंचाने की व्यवस्था, 20 श्रमिकों को भेजा गृहजिले Administration arranged to bring laborers home in hoshangabad](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-7132854-796-7132854-1589046594891.jpg)
दरअसल सोहागपुर विधानसभा के बाबई में फंसे 20 श्रमिकों को शनिवार को उनके गृह जिले बैतूल और छिंदवाड़ा के लिए विशेष बस से रवाना किया गया. बाबई तहसीलदार निधी चौकसे ने बताया कि श्रमिकों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया. जिसके बाद उन्हें छिंदवाड़ा और बैतूल जिले के लिए रवाना किया गया. उन्होंने बताया कि श्रमिकों के लिए यात्रा हेतु भोजन, नाश्ता, पेयजल और अन्य सभी प्रकार की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है, ताकि उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी न हो. सभी श्रमिकों ने अपने घर जाने की खुशी जाहिर करते हुए जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया.