होशंगाबाद। स्वामी विवेकानंदजी के जन्म दिवस 12 जनवरी को हर साल युवा दिवस मनाया जाता है, इस साल भी युवा दिवस पर राज्य के स्कूलों में सामूहिक सूर्य नमस्कार का आयोजन किया जा रहा है, पर्यटन नगरी पचमढ़ी में योग के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए अनोखा पार्क बनाया गया है, जिसमें सूर्य की उपासना के लिए किए जाने वाली सभी मुद्राओं का संग्रह है, जो हर पर्यटक को योग के प्रति आकर्षित करता है.
मंदिर में मौजूद योग मुद्रा में 12 प्रतिमाएं 12 योग मुद्रा वाली प्रतिमाएं
मध्यप्रदेश का पहला सूर्य नमस्कार पार्क पर्यटन स्थल पचमढ़ी में मौजूद है, 3 हजार 500 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैले पार्क की खासियत ये है कि इसमें सूर्य नमस्कार की योग मुद्रा में 12 प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं, जिनके सामने करीब 200 सैलानी एक साथ योग कर सकते हैं. साथ ही दर्शक दीर्घा में 100 से अधिक पर्यटक बैठ सकते हैं, जो पचमढ़ी आने वाले हर पर्यटक के लिए आकर्षण का केंद्र होता है.
मध्य प्रदेश का पहला सूर्य नमस्कार पार्क 3D व्यू तकनीक से किया गया निर्माण
इस पार्क का निर्माण स्पेशल एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी साडा ने किया है, इसे टोपो ग्राफिकल सर्वे कर 3D व्यू तकनीक से बनाया गया है. सूर्य नमस्कार पार्क का निर्माण 2018 में किया गया था, जिसका शुभारंभ पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया था. जिसकी उस समय कीमत 40 लाख रुपए आई थी.
मंदिर में मौजूद योग मुद्राओं में 12 प्रतिमाएं ओपन जिमिंग की सुविधा
सूर्य नमस्कार पार्क में ओपन जिमिंग की विशेष व्यवस्था की गई है, जिसमें अलग-अलग एक्सरसाइज इंस्ट्रूमेंट को लगाया गया है. पचमढ़ी के स्थानीय निवासी और पर्यटक-पर्यटक सुबह-सुबह आसानी से खुले पार्क में व्यायाम करते हैं.
पढ़मड़ी का सूर्य नमस्कार पार्क एक्यूप्रेशर पाथ का विशेश सुविधा
विशेष रुप से लोगों की सुविधा के लिए एक बड़े आकार का एक्यूप्रेशर पथ का निर्माण किया गया है, जिसमें तीन अलग अलग तरह के एक्यूप्रेशर पथ बनाए गए हैं, जिस पर बड़ी संख्या में योग करने वाले चल कर अपने रक्तचाप को नियंत्रित करते हैं, जो करीब 200 मीटर लंबा बनाया गया है. साथ ही इंस्ट्रुमेंटल सॉन्ग साउंड और लाइटिंग की व्यवस्था की गई है, जिसे योग के दौरान इसका उपयोग किया जाता है.
युवा दिवस के रूप में मनाई जाती है विवेकानंद की जंयती
12 जनवरी को देशभर में स्वामी विवेकानंद जी की 157वीं जयंती मनाई जा रही है. स्वामी विवेकानंद के विचार देश के लिए इसलिए महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि उन्होंने देश और समाज को नई और विकासशील दिशा की ओर अग्रसर करने में अहम योगदान दिया. स्वामी विवेकानंद युवाओं के प्रेरणास्त्रोत थे और इसलिए उनकी जयंती देश में राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में भी मनाई जाती है.