हरदा। जिले में सोयाबीन की फसल पर एक बार फिर से संकट के बादल मंडराने लगे हैं. बीते 3 दिनों से कोई जोरदार बारिश के बाद धूप निकलने के साथ ही जिले के दर्जनों गांव में सोयाबीन की खड़ी फसल मुरझाने लगी है. जिससे किसानों की चिंता बढ़ गई है. हरदा जिले की खरीफ की मुख्य फसल जिसे पीला सोना के नाम से पहचाना जाता है. किसानों के द्वारा करीब एक लाख 65001 के रकबे में लगाई गई है, लेकिन बारिश रोक जाने के बाद से किसानों की कड़ी मेहनत से तैयार की गई सोयाबीन की फसल अचानक मर जाने से किसानों के माथे पर चिंता की लकीर आ गई है.
बारिश के बाद धूप निकलते ही मुरझाई सोयाबीन की फसल, चिंता में किसान
हरदा में जोरदार बारिश के बाद धूप निकलने के साथ ही जिले के दर्जनों गांव में सोयाबीन की खड़ी फसल मुरझाने लगी है. जिससे किसानों की चिंता बढ़ गई है.
सोमवार को भाजपा जिला अध्यक्ष अमर सिंह मीणा के नेतृत्व में भाजपा पद के पदाधिकारियों ने एडीएम डॉ. प्रियंका गोयल को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम एक ज्ञापन सौंपकर जिले में खराब हुई सोयाबीन की फसल का तत्काल सर्वे कराकर किसानों को मुआवजा बीमा राशि प्रदान की जाने की मांग की है. वहीं आम किसान यूनियन ने भी डिप्टी कलेक्टर रीता डेहरिया को मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपकर प्रशासन से किसानों की 5 सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपकर जिले में खराब हुई सोयाबीन की फसल का सर्वे कराकर आरबीसी 6-4 के तहत राहत राशि प्रदान की जाने की मांग की है. वैशाली में किसान कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष अभिजीत शाह के नेतृत्व में मुख्यमंत्री के नाम किसानों की समस्या को लेकर तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा गया है. वहीं किसानों की बर्बाद फसल का सर्वे कराने की मांग की गई है.
वहीं इस मामले पर जानकारी देते हुए एडीएम डॉक्टर पंकज गोयल ने बताया कि किसानों ने सोयाबीन की फसल खराब होने को लेकर ज्ञापन सौंपा गया है. हमारे द्वारा किसानों की समस्या को शासन स्तर पर भेजा जा रहा है. उन्होंने कहा कि जिले के सभी पटवारी फील्ड में जाकर खराब हुई फसलों का मुआयना करेंगे.