ग्वालियर।केंद्र सरकार की गाइडलाइन के बाद अब पूरे देश में 2 हफ्ते के लिए लॉकडाउन बढ़ा दिया गया है. ग्वालियर जिले को रेड जोन घोषित करने के बाद अब शहर के लोग यह सवाल करने लगे हैं कि, जिला रेड जोन में कैसे आया और कहां क्या खतरा है. हालांकि स्वास्थ्य विभाग की तरफ से शुक्रवार को साफ कर दिया गया है की, गाइडलाइन के हिसाब से ग्वालियर रेड जोन में नहीं है. वो इस गलती को ठीक कराएंगे.
इस शहर में 3 मई के बाद ट्रांसपोर्टरों को मिल सकती है राहत, बाहरी लोगों के लिए रहेगा प्रतिबंध - ग्वालियर में 3 मई के बाद ट्रांसपोर्ट को मिल सकती है राहत
केंद्र सरकार की गाइडलाइन के बाद अब पूरे देश में 2 हफ्ते के लिए लॉकडाउन बढ़ा दिया गया है. कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह का कहना है कि, शहर में अब और सख्ती करने की जरूरत है. लेकिन ट्रांसपोर्ट के लिए कुछ राहत मिल सकती है.
बता दे कि, गाइडलाइन के अनुसार जिले में 10 से ज्यादा मरीज निकलते हैं, तो उस जिले को रेड जोन में रखा जाता है, लेकिन ग्वालियर ऐसी स्थिति में नहीं है. सबसे बड़ा सवाल यह है कि, अब ग्वालियर जिले में 3 मई के बाद क्या कुछ छूट मिल सकती है या नहीं.
लॉकडाउन के बीच कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह का कहना है कि, शहर में अब और सख्ती करने की जरूरत है. लेकिन ट्रांसपोर्ट के लिए कुछ राहत मिल सकती है. ग्वालियर को रेड जोन में जाने का कारण यह है कि, बाहरी व्यक्ति लगातार ग्वालियर शहर में आ रहे हैं. इस पर पूरी तरह से प्रतिबंध किया जाएगा. साथ ही ई-पास के जरिए जो भी व्यक्ति आएगा, उनका रिकॉर्ड भी रखा जाएगा.