हरदा। गोवर्धन मठ पुरी के शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती महाराज ने हरदा के मिडिल स्कूल ग्राउंड पर एक धर्मसभा को संबोधित करते हुए कहा कि अगर भारत में रहने वाले व्यक्ति को गीता और रामायण का ज्ञान नहीं है तो विदेशों में भी आपका सम्मान नहीं होगा.
शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती पहुंचे हरदा, धर्मसभा को किया संबोधित - Govardhan Math Puri Shankaracharya Nischalananda Saraswati
गोवर्धन मठ पुरी के शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती महाराज ने हरदा के मिडिल स्कूल ग्राउंड पर एक धर्मसभा का संबोधन किया.
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उन्होंने कहा कि जब पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की बहन विजयलक्ष्मी पंडित राजदूत बनकर रूस गई तो वहां के राष्ट्रपति ने विदेशी महिला की भांति बाल कटी महिला से मिलने से मना कर दिया। जिसके बाद धोती पहने डॉ राधाकृष्णन को राजदूत बनाकर भेजा गया.
उन्होंने कहा कि जितने भी वैज्ञानिक होते हैं वेो भगवान के भक्त होते हैं. न्यूटन भी ईश्वर के परम भक्त हुआ करते थे. स्वामी रामतीर्थ ने लिखा कि जब व्यक्ति की बुद्धि एकाग्र होकर आत्म तत्व से परमात्म तत्व में एकीभूत हो जाती है तो ही कोई जीव विज्ञान होता है.