हरदा।जिला अस्पताल में कोरोना वायरस को लेकर अस्पताल प्रबंधन पूरी तरह से अलर्ट पर है. एक ओर जहां पूरी दुनिया में कोरोना को लेकर लोगों के मन में डर बना हुआ है. वहीं अस्पताल प्रबंधन ने लोगों को डरने के बजाय सावधानी बरतने की बात कही. हरदा अस्पताल प्रबंधन ने सर्दी-खांसी और बुखार से पीड़ित मरीजों के इलाज के लिए 10 बिस्तरों का अलग से वार्ड बनाया है, जिसमें कोरना वायरस संदिग्ध मरीजों को भर्ती कर इलाज किया जाएगा. जिसके लिए डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ को तैयार किया गया है.
कोरोना संदिग्धों के लिए हरदा जिला अस्पताल में बनाया गया अलग से वार्ड - harda
हरदा जिला अस्पताल में कोरोना वायरस के चलते सर्दी खांसी और बुखार से पीड़ित लोगों के लिए अलग से वार्ड बनाया गया है, जिसमें कोरोना वायरस संदिग्ध मरीजों को भर्ती कर इलाज किया जाएगा.
![कोरोना संदिग्धों के लिए हरदा जिला अस्पताल में बनाया गया अलग से वार्ड Separate ward constructed in Harda District Hospital for Corona virus suspects](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-6440773-51-6440773-1584442379971.jpg)
जिला अस्पताल में सर्दी-खांसी और बुखार के मरीजों के लिए विशेष जांच की व्यवस्था की गई है. कोरोना संदिग्ध मरीज मिलने पर उसकी आइसोलेशन वार्ड में स्क्रीनिंग की जाएगी. सरकार के निर्देश के अनुसार जिले के सभी स्कूलों-कॉलेज, मेरिज हॉल, सिनेमाघरों और लाइब्रेरी को बंद किया जा चुका है. प्रशासन ने जिले में होने वाले सामूहिक कार्यक्रमों पर भी रोक लगा दी है. बीते एक सप्ताह के अंदर जिला अस्पताल में 400 से अधिक सर्दी जुकाम और बुखार के मरीज उपचार के लिए पहुंचे हैं.
जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉक्टर रघुवंशी का कहना है कि कोरोना वायरस से डरने की बजाय सुरक्षा को ध्यान देना चाहिए. उन्होंने जिले के नागरिकों से अपील की है कि उनके आस-पास विदेश से आने वाले व्यक्ति की जानकारी तत्काल अस्पताल प्रबंधन को दी जाए, ताकि उनकी जांच की जा सके. उन्होंने लोगों से कोरोना वायरस से बचने के लिए साफ-सफाई और किसी भी व्यक्ति से गले नहीं मिलाने की भी सलाह दी है.