हरदा। सरकार भले ही ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर रही है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में बिना डिग्री के झोलाछाप डॉक्टर स्वास्थ्य विभाग की मिलीभगत से भोले-भाले ग्रामीणों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं. ऐसे ही दो झोलाछाप डॉक्टरों पर जिला प्रशासन ने छापामार कार्रवाई की और उनके क्लीनिक को सील कर दिया.
झोलाछाप डॉक्टर्स के खिलाफ प्रशासन सख्स, दो क्लीनिक्स को किया गया सील
जिला प्रशासन ने छापामार कार्रवाई करते हुए दो झोलाछाप डॉक्टरों के क्लिनिकों को सील किया है.
प्रशासन ने मोरगढ़ी गांव में परसराम गुर्जर के क्लिनिक को सील किया था. जिसके कुछ ही दिनों बाद उसने दोबारा मरीजों का इलाज शुरू किया. सूचना मिलने के बाद एसडीएम विष्णु यादव ने जवाब तलब करने के बाद एक बार फिर क्लीनिक सील कर कानूनी कार्रवाई की है. इसके अलावा प्रशासन ने चारुवा गांव में संचालिक एक क्लिनिक को भी सील किया है.
इस मामले को लेकर खिरकिया एसडीएम विष्णुप्रसाद यादव ने कहा कि कलेक्टर एस विश्वनाथन के निर्देश पर कार्रवाई की गई है. झोलाछाप डॉक्टरों के क्लीनिक से एलोपैथिक दवाइयां भी जब्त की गई हैं.