Shivraj Vs Kamal Nath Free Schemes War: मध्य प्रदेश में कांग्रेस और बीजेपी में राजनीतिक तनातनी चरम पर है. मगर दोनों ही पार्टियां एक दूसरे को कॉपी करने से भी पीछे नहीं हट रही हैं. रोज एक दूसरे पर सियासी तीर छोड़ने वाली कांग्रेस और बीजेपी में इन दिनों होड़ मची है कि एक दूसरे की योजनाओं, स्कीम्स और साथ ही घोषणाओं को लपक लेने की. जानते हैं कुछ ऐसे ही ऐलानों के बारे में जिसके दम पर दोनों ही पार्टियां मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 (MP Assembly Election 2023)के चुनावी नतीजों को अपने हक में करने का दम भर रही हैं.
1.) हिन्दुत्व का मुद्दा : ये बीजेपी का कोर मुद्दा है. पार्टी ने इसे अमूमन देश के हरेक राज्य में चुनाव के दौरान हवा दी. लोगों को जताने की कोशिश की है कि हिन्दुओं की असल खैर-ख्वाह BJP ही है. हिन्दू नेशनलिस्ट पार्टी के रुप में BJP ने खुद को प्रोजेक्ट करने से कभी गुरेज भी नहीं किया. मगर कांग्रेस के लिए ये राह इतनी आसान कभी नहीं रही. मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने भी बीजेपी की राह पर धीरे ही सही मगर चलने की शुरुआत कर दी है. कांग्रेस इंदौर, जबलपुर और छिंदवाड़ा जैसे शहरों में सॉफ्ट हिन्दुत्व को उभार दे रही है.
ये तीन शहर तीन ऐसे इलाकों का प्रतिनिधित्व करते हैं जहां मिली जीत किसी भी दल को सत्ता में काबिज कर देगी. इंदौर के जरिए मालवा, जबलपुर से महाकौशल और छिंदवाड़ा से निमाड़ की राजनीति में गहरी पैठ बनाने की फिराक में है कांग्रेस. विध्य के लिए राहुल गांधी भी राम का नाम लेकर चुनावी अभियान का श्रीगणेश करने वाले हैं. वहीं, दतिया में जाकर मां पितांबरा के दर्शन कर और अपने भाषणों में इसका बार बार जिक्र कर प्रियंका गांधी भी कमोवेश ग्वालियर चंबल से लेकर बुंदेलखंड़ में अपनी धमक दे चुकी हैं.
2.) लाडली बहना योजना: BJP ने इस बार चुनाव से पहले ही एमपी में महिला वोटर्स को अपने पक्ष में करने के लिए इस योजना की शुरुआत की. पहले राशि रखी गई 1000 जिसे अब शिवराज सरकार ने बढ़ाकर 3000 प्रतिमाह करने की घोषणा की है. इस योजना के जरिए बीजेपी करोड़ों महिलाओं के दिलों तक पहुंचने की बात कर रही है. इसकी जमीनी स्तर पर इंप्लीमेंटेशन भी शुरु हो गई है. 2 किश्तें 1-1 हजार की महिलाओं के खाते में भेजी गई है. जल्द ही योजना का दायरा बढ़ने वाला है. अब 21 से 23 साल की लाड़ली बहना भी इस योजना में शामिल होंगी.
इसी तर्ज पर कांग्रेस ने एमपी में नारी सम्मान योजना की लॉन्चिंग की है. कांग्रेस ने महिलाओं से वादा किया है कि अगर कमलनाथ की सरकार बनी तो उनकी सरकार 1500 रुपए अकाउंट में ट्रांसफर करेगी. इसके लिए पार्टी के कार्यकर्ताओं ने महिलाओं से KYC फॉर्म भी भरवाना शुरू कर दिया था.
3.)किसानों की कर्जमाफी की तर्ज पर ब्याजमाफी:कांग्रेस ने अपनी डेढ साल की सरकार में कर्जमाफी शुरु की थी. अब बीजेपी ने ब्याजमाफी की राज्य में शुरुआत की है. इस योजना के जरिए किसानों की नाराजगी को दूर कर फिर से शिवराज सत्ता पर काबिज होना चाहते हैं.
4.) पेंशन योजना का मकड़जाल: एमपी में जब से प्रियंका गांधी ने पुरानी पेंशन स्कीम को फिर से बहाल करने का वादा किया है, तब से शिवराज सरकार के हाथ पांव ही फूल गए हैं. कांग्रेस की जबलपुर और ग्वालियर की जनसभा में प्रियंका ने जो वचन दिए हैं उसमें सबसे बड़ा वचन यह भी है. अब बीजेपी ने आनन फानन में इस मुद्दे पर काम करना शुरू कर दिया है. शिवराज सरकार ने पेंशनर्स का महंगाई भत्ता बढ़ाने का ऐलान कर दिया है. साथ ही वादा किया है कि वो जल्द और बड़े तोहफे देगी. हालांकि, ये बात अलग है कि अभी भी पेंशनर्स से महज वादे ही हो रहे हैं धरातल पर ये कब और कैसे रूप लेगा देखना बाकी है.